भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद् - राष्ट्रीय बीज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, कुशमौर, मऊ में दिनांक 1 से 5 दिसम्बर 2025 तक चले पांच दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन समारोह आज दिनांक 5 दिसम्बर 2025 को आयोजित किया गया | निदेशक डॉ अ. आनंदन के मार्गदर्शन में चला यह कार्यक्रम कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण (ATMA), मधुबनी, बिहार द्वारा प्रायोजित था| प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ अंजनी कुमार सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों का बीज के बारे में जानकारी रखना बहुत महत्त्वपूर्ण है, खेत में लगने वाले बीज के गुणवत्ता के साथ ही बीज की प्रजाति, किस प्रकार के मिट्टी के लिए उपयुक्त है, आदि जानकारी किसानों के लिए खेती में बहुत मददगार साबित होती है | संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ वेद प्रकाश राय ने किसानों को धान व गेहूं के फसलों में किस्मवार और संकर बीज उत्पदान के बारे में बताया | भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, दिल्ली से ऑनलाइन माध्यम से जुड़े डॉ मार्कंडेय सिंह ने किसानों को फूलों की उन्नत खेती के बारे में विस्तृत जानकारी दी| भारतीय चारागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान, झाँसी से ऑनलाइन माध्यम से जुड़े डॉ वी के यादव ने पादप प्रजनन और चारा खेती के तकनीकों पर प्रकाश डाला| कार्यक्रम के समापन समारोह में किसानों से प्रशिक्षण के विषय में प्रतिक्रिया ली गई | कृषकों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूर्ण करने के लिए प्रशस्ति पत्र एवं शॉल प्रदान कर सम्मानित किया गया | कार्यक्रम के सह समन्वयक वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ कल्याणराव तथा वैज्ञानिक डॉ पी सिवम्मा ने प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना अहम योगदान दिया | वरिष्ठ तकनीशियन कुमारी निशा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन देकर कार्यक्रम की समाप्ति हुई | संस्थान के वैज्ञानिक, अधिकारी व कर्मचारी गण कार्यक्रम में उपस्थित रहे |
मधुबनी, बिहार से आए कृषकों ने सीखा गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन तकनीक
भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद् - राष्ट्रीय बीज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, कुशमौर, मऊ में दिनांक 1 से 5 दिसम्बर 2025 तक चले पांच दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन समारोह आज दिनांक 5 दिसम्बर 2025 को आयोजित किया गया | निदेशक डॉ अ. आनंदन के मार्गदर्शन में चला यह कार्यक्रम कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण (ATMA), मधुबनी, बिहार द्वारा प्रायोजित था| प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ अंजनी कुमार सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों का बीज के बारे में जानकारी रखना बहुत महत्त्वपूर्ण है, खेत में लगने वाले बीज के गुणवत्ता के साथ ही बीज की प्रजाति, किस प्रकार के मिट्टी के लिए उपयुक्त है, आदि जानकारी किसानों के लिए खेती में बहुत मददगार साबित होती है | संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ वेद प्रकाश राय ने किसानों को धान व गेहूं के फसलों में किस्मवार और संकर बीज उत्पदान के बारे में बताया | भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, दिल्ली से ऑनलाइन माध्यम से जुड़े डॉ मार्कंडेय सिंह ने किसानों को फूलों की उन्नत खेती के बारे में विस्तृत जानकारी दी| भारतीय चारागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान, झाँसी से ऑनलाइन माध्यम से जुड़े डॉ वी के यादव ने पादप प्रजनन और चारा खेती के तकनीकों पर प्रकाश डाला| कार्यक्रम के समापन समारोह में किसानों से प्रशिक्षण के विषय में प्रतिक्रिया ली गई | कृषकों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूर्ण करने के लिए प्रशस्ति पत्र एवं शॉल प्रदान कर सम्मानित किया गया | कार्यक्रम के सह समन्वयक वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ कल्याणराव तथा वैज्ञानिक डॉ पी सिवम्मा ने प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना अहम योगदान दिया | वरिष्ठ तकनीशियन कुमारी निशा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन देकर कार्यक्रम की समाप्ति हुई | संस्थान के वैज्ञानिक, अधिकारी व कर्मचारी गण कार्यक्रम में उपस्थित रहे |
