घोसी सांसद राजीव राय इन दिनों लोकसभा के शीतकालीन सत्र में हिस्सा ले रहे हैं। साथ ही साथ घोसी लोकसभा के तमाम बुनियादी मुद्दों को पूरी मुखरता के साथ बहुत ही आक्रामक अंदाज में लगातार उठा रहे हैं। आलम यह है घोसी सांसद राजीव राय की आक्रामकता और सधे हुए लहजे में सवाल पूछने का अंदाज जनता को बेहद पसंद आ रहा है। हाल ही में इसकी बानगी देखने को तब मिली, जब सदन में सेस के मुद्दे पर घोसी सांसद राजीव राय का बेहद आक्रामक तथा सधा हुआ अंदाज देखने को मिला।
आपको बताते चलें, घोसी सांसद राजीव राय ने सदन में एक साथ तीन प्राइवेट मेंबर बिल पेश करके घोसी लोकसभा के इतिहास में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। सांसद राजीव राय एक साथ तीन प्राइवेट मेंबर बिल पेश करने वाले घोसी लोकसभा के पहले सांसद हैं, तीनों प्राइवेट मेंबर बिल तुरंत स्वीकार भी कर लिया गया।
घोसी सांसद ने सदन में बोलते हुए बुनकरों के लिए शिक्षा, इंश्योरेंस, स्वास्थ्य, आवास, बिजली सब्सिडी, आधुनिक उपकरण, और आर्थिक सहायता के लिए प्राइवेट मेंबर बिल पेश किया। वहीं सांसद राजीव राय ने अपने विकासपरक दूरदृष्टि का परिचय देते हुए मऊ में उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा के लिए "एम्स" की स्थापना के संदर्भ में प्राइवेट मेंबर बिल पेश किया। इसके साथ ही लंबे अरसे से भोजपुरी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को पुनर्जीवित करते हुए घोसी सांसद ने भोजपुरी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने हेतु संविधान संशोधन विधेयक भी पेश किया।
घोसी सांसद द्वारा एक साथ तीन प्राइवेट मेंबर बिल पेश करने के बाद तीनों को सदन द्वारा स्वीकार कर लिया गया। घोसी सांसद राजीव राय, सांसद बनने के बाद से ही लगातार अपनी सक्रियता से सुर्खियों में बने हुए हैं। राजीव राय के सांसद बनने के बाद से ही घोसी लोकसभा का नाम लगातार सदन में गूंज रहा है। घोसी सांसद द्वारा एक साथ तीन प्राइवेट मेंबर बिल पेश करने का रिकॉर्ड बनाने की खबर मिलते ही क्षेत्र वासियों में खुशी की लहर व्याप्त है। घोसी सांसद राजीव राय की सक्रियता ने लोकसभा में पिछले लंबे अरसे से घोसी लोकसभा की उपस्थिति की शून्यता को न सिर्फ खत्म किया है बल्कि पूरी मुखरता से एक नए कलेवर में घोसी लोकसभा को राष्ट्रीय पटल पर प्रस्तुत भी कर रहे हैं।
