राष्ट्रीय बीज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, कुशमौर, मऊ में आयोजित पांच दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम में कैमूर, बिहार से 24 कृषक प्रशिक्षु आए हैं | निदेशक, डॉ. अ. आनंदन के मार्गदर्शन में 6 से 10 अक्टूबर 2025 तक चलने वाले इस कार्यक्रम का उद्घाटन समारोह दिनांक 6 अक्टूबर 2025 को संपन्न हुआ | उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि समय की मांग है कि किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाने की आवश्यकता है तथा उन्होंने कृषकों को प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए शुभकामनाएं दी | प्रतिभागी किसानों ने अपना संक्षिप्त परिचय देते हुए बताया कि कैमूर, बिहार में धान, गेहूं, अरहर, सरसों, चना और सब्जी की खेती की जाती है। 'गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन' पर आधारित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ अंजनी कुमार सिंह की अध्यक्षता में हो रहा है | उन्होंने किसानों को गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादित करने के महत्त्व और संभावित अवसरों के बारे में बताते हुए यह परामर्श दिया कि किसानों को बीजों की प्रजाति, उनके स्वास्थ्य और गुणवत्ता की समुचित जानकारी रखनी चाहिए| प्रशिक्षण कार्यक्रम में किसानो को बीज उत्पादन तकनीक, संकर बीज उत्पादन तकनीक, बीज स्वास्थ्य, बीज प्रमाणीकरण, बीज परीक्षण, जैव प्रौद्योगिकी, मृदा स्वास्थ्य, खरपतवार नियंत्रण आदि विषयों पर प्रशिक्षित किया जायेगा तथा प्रयोगशाला में इन विषयों पर व्यावहारिक सत्र भी आयोजित किये जायेंगे | प्रशिक्षण कार्यक्रम का समन्वयन वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अजय कुमार तथा वैज्ञानिक डॉ पवित्रा वी कर रहे हैं।
HomeUnlabelled
राष्ट्रीय बीज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान में शुरू हुआ गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन पर आधारित किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम
राष्ट्रीय बीज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान में शुरू हुआ गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन पर आधारित किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम
राष्ट्रीय बीज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, कुशमौर, मऊ में आयोजित पांच दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम में कैमूर, बिहार से 24 कृषक प्रशिक्षु आए हैं | निदेशक, डॉ. अ. आनंदन के मार्गदर्शन में 6 से 10 अक्टूबर 2025 तक चलने वाले इस कार्यक्रम का उद्घाटन समारोह दिनांक 6 अक्टूबर 2025 को संपन्न हुआ | उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि समय की मांग है कि किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाने की आवश्यकता है तथा उन्होंने कृषकों को प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए शुभकामनाएं दी | प्रतिभागी किसानों ने अपना संक्षिप्त परिचय देते हुए बताया कि कैमूर, बिहार में धान, गेहूं, अरहर, सरसों, चना और सब्जी की खेती की जाती है। 'गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन' पर आधारित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ अंजनी कुमार सिंह की अध्यक्षता में हो रहा है | उन्होंने किसानों को गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादित करने के महत्त्व और संभावित अवसरों के बारे में बताते हुए यह परामर्श दिया कि किसानों को बीजों की प्रजाति, उनके स्वास्थ्य और गुणवत्ता की समुचित जानकारी रखनी चाहिए| प्रशिक्षण कार्यक्रम में किसानो को बीज उत्पादन तकनीक, संकर बीज उत्पादन तकनीक, बीज स्वास्थ्य, बीज प्रमाणीकरण, बीज परीक्षण, जैव प्रौद्योगिकी, मृदा स्वास्थ्य, खरपतवार नियंत्रण आदि विषयों पर प्रशिक्षित किया जायेगा तथा प्रयोगशाला में इन विषयों पर व्यावहारिक सत्र भी आयोजित किये जायेंगे | प्रशिक्षण कार्यक्रम का समन्वयन वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अजय कुमार तथा वैज्ञानिक डॉ पवित्रा वी कर रहे हैं।