बिरहा सम्राट स्व. बेचन राजभर को 'उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान' (यश भारती) से मरणोपरांत सम्मानित किए जाने की मांग




घोसी, मऊ/लखनऊ, 31 अगस्त 2025
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं घोसी के पूर्व विधायक विजय कुमार राजभर ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जनपद मऊ के डंगौली गांव निवासी बिरहा सम्राट स्व. बेचन राजभर को मरणोपरांत 'उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान' (पूर्व में यश भारती) से सम्मानित किए जाने की मांग की है।

पूर्व विधायक द्वारा जारी पत्रांक संख्या 1446 में उल्लेख किया गया है कि स्वर्गीय बेचन राजभर का जन्म एक गरीब राजभर किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने 1990 के दशक में भोजपुरी बिरहा और देवी गीतों के माध्यम से समाज में व्याप्त कुरीतियों, सामाजिक घटनाओं और धार्मिक मूल्यों को मंच और गीतों के माध्यम से उजागर किया। उनके गाए देवी गीत—पचरा—आज भी उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, बंगाल सहित भारत के प्रमुख मंदिरों जैसे माँ विन्ध्यवासिनी धाम, माँ वैष्णों देवी धाम, और कामाख्या धाम में प्रातः कालीन आरती के समय गूंजते हैं।

राजभर का जीवन केवल संगीत तक सीमित नहीं था, वे सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक एवं राजनीतिक गतिविधियों से भी गहराई से जुड़े हुए थे। 22 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर एक कार्यक्रम में जाते समय एक सड़क दुर्घटना में उनका दुखद निधन हो गया।

पूर्व विधायक ने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि पूर्ववर्ती सरकारों—चाहे वह सपा, बसपा या कांग्रेस की रही हों—ने इस तरह की विलक्षण प्रतिभा की उपेक्षा की और उन्हें किसी प्रकार का राज्य स्तरीय सम्मान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि स्व. बेचन राजभर को यदि 'उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान' से नवाज़ा जाता है, तो न केवल राजभर समाज का, बल्कि सम्पूर्ण भोजपुरी समाज का देश-विदेश में सम्मान बढ़ेगा।

पूर्व विधायक ने मुख्यमंत्री से इस विषय में संवेदनशीलता दिखाते हुए शीघ्र निर्णय लेने की अपील की है।