जिला पंचायत पूर्व अध्यक्ष व भाजपा के किसान नेता राकेश सिंह ने कहा कि बे मौसम बारिश,तेज़ -झोंकेदार हवाओं से जिसे चक्रवाती तूफान मोनथा नाम दिया गया है से किसानों की भारी  क्षति लगभग 50 से 60% तक मऊ जनपद में हुआ है धान की पकी फसलें खेतों के पानी में गिर गई हैं जिन किसानों ने रवी सीजन की दल्हन व तिलहन तथा आलू की बुवाई किया था वह पानी में सड़कर नष्ट हो गई है। ऐसी बारिश जिले में 12 वर्षों में कभी नहीं हुई हैऔर जिले में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज़ हवाओं के झोके चलें है, झोकेदार हवाओं से फसलों में क्या दम है आदमी कांप गया है। इस तरह से देखा जाए तो इस बे मौसम बारिश ने किसानों ने की कमर तोड़ दी है, पानी में धान की बाली तैर रही है और डूब गई है फसले खेतों में लोट-पोट गई है अगर एक-दो दिन में पानी नहीं सुखा तो धान पानी में अंकुरित हो जाएगा और सड़ जाएगा तथा कीड़े-मकोड़े मछली आदि  खा जायेंगे । इस धान को काटने में किसानों को बहुत ही परेशानी उठानी पड़ेगी। जिलेके सरकारी धान क्रय केंद्रों पर तथा  व्यापारी वर्ग खरीदने में आना कानी करेगा और इस धान का चावल हल्का व काला तथा भुरा हो जाएगा जो मंडी में नहीं बिक पाएगा और इस चावल को जो खायेगा वह बीमार हो जायेगा ।इस तरह से देखा जाए तो जिले में धान की फसल का अगर सर्वे कराया जाएगा तो निश्चित ही 50 से 60% क्षति स्पष्ट दिखाई दे रही है। केंद्र व प्रदेश सरकार किसानो की 33% क्षति पर ही मुआवजा /सहायता राशि देने का नियम बनाया है।आज किसानों के बहुत बड़े नेता श्रद्धेय सरदार वल्लभ भाई पटेल जी का जन्मदिन पूरे देश और प्रदेश और जिलों

में बड़ा ही धूमधाम से मनाया गया है इसलिए जिला प्रशासन को चाहिए कि इस क्षति पर विशेष ध्यान दें । इन्होंने जिला प्रशासन से धान की फसल की हुई भारी क्षति का प्लांट टू प्लाट सर्वे कराकर और रवि की फसलों जैसे:- सरसों, चना, मसूर, मटर ,आलू की बोई गई फसलों के सड़ जानेका संज्ञान लेकर पीड़ित किसानों को भी सहायता देनेकी मांग की है।
  
में बड़ा ही धूमधाम से मनाया गया है इसलिए जिला प्रशासन को चाहिए कि इस क्षति पर विशेष ध्यान दें । इन्होंने जिला प्रशासन से धान की फसल की हुई भारी क्षति का प्लांट टू प्लाट सर्वे कराकर और रवि की फसलों जैसे:- सरसों, चना, मसूर, मटर ,आलू की बोई गई फसलों के सड़ जानेका संज्ञान लेकर पीड़ित किसानों को भी सहायता देनेकी मांग की है।
