समर्थ नारी समर्थ भारत संगठन मऊ ने रक्षाबंधन के पूर्व संध्या पर बाल सुधार गृह में निवास कर रहे तीन जनपदो के (मऊ बलिया आजमगढ़) 140 बच्चों के सुनी कलाइयों पर राखी बांधकर,मिष्ठान खिलाकर, रोली अक्षत का टीका लगाकर अपनेपन का एहसास दिलाया l
संगठन के जिला प्रभारी श्रीमती विनीता पांडेय जी ने बच्चों से राखी के बदले में उपहार स्वरूप संकल्प लिया कि"प्यारे बच्चों आप बहुत ही अनमोल और देश के उज्जवल भविष्य हो आपको इस जगह पर देखकर मन बहुत व्यथित होता है जाने अनजाने में कोई ना कोई गलती की वजह से इस बाल सुधार गृह में निवास करना पड़ रहा है माना कि यहां पर बहुत अच्छी सुविधाएं हैं लेकिन घर परिवार ,मां-बाप ,भाई-बहन मित्र , पढ़ाई लिखाई अपना बचपन छोड़कर यहां निवास करना पड़ रहा है यह बहुत ही दुख की बात है लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है इससे एक सबक लेना है की जीवन में कोई भी गलत काम नहीं करना है , तो आइए आज इस महान पर्व पर उपहार के रूप में आप हम लोगों से यह प्रतिज्ञा करिए कि यहां से निकलने के बाद एक अच्छा व्यक्तित्व के साथ और जीवन में उज्जवल भविष्य का एक सपना लेकर बाहर निकलना और उसको बखूबी पूर्ण करना तथा पुनः कभी इस दलदल में उतरने का सोचना भी नहीं l समर्थ नारी समर्थ भारत की जिला अध्यक्ष डॉक्टर उत्तरा सिंह ने सभी बच्चों को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं देते हुए जीवन पथ पर प्रगति करते हुए आगे बढ़ाने की दिशा में अच्छा संदेश देते हुए उन्होंने कहा बच्चों आप बहुत ही अनुशासित तरीके से रह रहे हो आपसे यही उम्मीद है कि आगे भी अनुशासन में रहकर अपने उज्जवल भविष्य के बारे में कार्य करिए। संगठन की सचिव अनुभूति द्विवेदी ने कहा कि आपका बाल सुधार गृह में रहना एक बहुत बड़ा टास्क है इस टास्क को झेलते हुए अपने आप को निखार कर समाज में अच्छा कार्य करके इस छोटी सी यात्रा को अपने अच्छाइयों से मिटा देना है अंत में संगठन की वरिष्ठ संरक्षिका कृष्णा खंडेलवाल जी ने कहा प्यारे बच्चों यहां से निकलने के बाद आप अच्छे मुकाम को हासिल करिए ताकि हम लोगो को भी गर्व की अनुभूति हो कि हम लोगों ने आप लोग को एक दिन राखी बांधकर संकल्प दिलाया था अच्छे मार्ग पर चलने के लिए l कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीमती रेनू पांडेय जी के साथ-साथ वहां के समस्त कर्मचारी और अधीक्षक संजय मिश्रा जी का भरपूर सहयोग एवं योगदान रहा।