सेंट जेवियर्स हाई स्कूल सिकटियां मऊ में परमवीर-चक्र विजेता वीर अब्द्दुल हमीद का 59 वाँ शहीद दिवस बड़े- धूम-धाम व हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। इस पावन अवसर स्कूल के बच्चों ने विभिन्न प्रकार के मनोरम कार्यक्रमों की प्रस्तुति की। इस मंगलकारी अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री संदीप कुमार दुबे जी ,
उप-प्रधानाचार्य श्री रविप्रताप शर्मा सहित, विद्यालय के सभी शिक्षकगण मौजूद रहे | विद्यालय प्रशासन द्वारा निर्धारित की गई अपर प्राईमरी विंग तथा सीनियर विंग के बच्चों की दो टीम वीर अब्दुल हमीद की जन्मभूमि गाजीपुर, गाँव धामूपुर भी गई और वहाँ जाकर वीर अब्दुल हमीद शहीद-सम्मान समारोह में सम्मिलत हुई और वहाँ पर उपस्थित मुख्य अतिथि भारतीय सेना के ब्रिगेडीयर श्री ललित शर्मा जी मिलेट्री स्टेशन जबलपुर को तिरंगा देकर और सलामी देकर चल रहे कार्यक्रमों में भी अपनी सहभागिता निभाई। इस शहीद सम्मान समारोह में स्कूल के प्रधानाचार्य श्री संदीप कुमार दुबे जी, प्राइमरी विंग की कोऑर्डिनेटर' श्रीमती सुकृति सिंह, खेल शिक्षक, प्रेमचंद्र पाल ,वरिष्ठ हिंदी प्रवक्ता श्री दिलीप सिंह ज़ी सहित अन्य शिक्षक-गण मौजूद रहे। अन्त में स्कूल के प्रधानाचार्य श्री संदीप कुमार दुबे जी ने सभी बच्चों की यह संदेश दिया कि देश सर्वोपरि है, देश के लिए शहीद होना देश के मान सम्मान को बढ़ाता है । वीर अब्दुल हमीद की गौरव गाथा देश के लिए एक प्रेरणा है। उनके जीवन से हमें यह सीख लेनी है कि जीवन भर देशहित के बारे में, देश के सम्मान के बारे हमेशा सोचते रहना है। तभी एक सुंदर एवं आदर्श भारत कि कल्पना साकार होगी क्योंकि जब 1965 ई० मे भारतीय सेना द्वारा वीर अब्दुल हमीद को यह सूचना मिली कि पाकिस्तान से युद्ध होने वाला है तो वे युद्ध पर जाने के लिए बैचैन हो गए थे क्योकि उस समय अवकाश लेकर घर आये हुए थें | उनकी पत्नी ने उन्हें युद्ध पर जाने से बहुत रोका लेकिन वे मुस्कुराते हुए अपनी पत्नी से बोले कि भारत माता ने मुझे बुलाया है और मै अपनी माँ से मिलने जा रहा हूँ और युद्ध मे जाकर, पाकिस्तानी सैनिको के सात पैटन टैंको को नष्ट कर दिया और अपनी भारत माता के लिए शहीद हो गए | ऐसे अदम्य साहस रखने वाले वीर अब्दुल हमीद हमारे जीवन के लिए एक रोल-माँडल हैं| पृथ्वी पर जब तक जीवन रहेगा उनकी यश-गाथा जीवित रहेगी|