संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के प्रांतीय अधिवेशन के तीसरे दिन पूरे प्रदेश में अभियंता व कर्मचारियों ने काली पट्टी बांध किया प्रदर्शन

 संयुक्त संघर्ष समिति उ0प्र0 के प्रान्तीय आह्वान पर तीसरे दिन भी पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लि0 के नीजीकरण की कार्यवाही प्रारम्भ करने के उद्देश्य से सलाहकार नियुक्ति की निविदा शीर्ष ऊर्जा निगम प्रबन्धन द्वारा निकाले जाने के विरोध में पूरे प्रदेश के साथ साथ जनपद मऊ के ऊर्जा क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारी एवं अभियन्ता आदि द्वारा विरोध स्वरूप पूरे दिन अपने हाथो में काली पट्टी बाॅधकर अपने विभागीय कार्यों को किया गया। तथा सायंकाल 5 बजे कार्यालावधि समाप्ति के बाद जनपद मऊ मुख्यालय स्थित सहादतपुरा हाइडिल कालोनी परिसर स्थित अधीक्षण अभियन्ता, विद्युत वितरण मण्डल, मऊ के मुख्य द्वार पर संयुक्त संघर्ष समिति विद्युत कर्मचारी जनपद मऊ के बैनर तले विरोध सभा रघुनन्दन यादव की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। 
सभा को सम्बोधित करते हुए समस्त वक्ताओं द्वारा एक स्वर से पुनः पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल बिजली निगम के नीजीकरण के निर्णय को वापस लेने की माॅग को दोहराते हुए कहा कि प्रबन्धन के नीजीकरण के फैसले से हजारो कर्मचारियों को नीजी घरानों के रहमों करम पर छोड़ दिया जायेगा। तथा कर्मचारियों के सामनें नीजी कम्पनी के शर्तों पर काम करनें वह भी तब नीजी कम्पनी उनकों अपने यहाॅ काम पर रखे अन्यथा की स्थिति में बी0आर0एस0 लेकर घर जाना बाध्यता होगी । संघर्ष समिति ने कहा कि नीजीकरण का मतलब 50 हजार संविदाकर्मियों की सेवा समाप्ति और 26 हजार नियमित कर्मियों की छटनी जिसे बिजली कर्मी किसी भी कीमत पर स्वीकार नही करेंगे तथा नीजीकरण का प्रतिगामी निर्णय वापस होनें पर तक अपने संघर्ष को लोकतांत्रिक ढ़ंग से जारी रखेगें तथा किसी भी रूप में नीजीकरण की कोशिश स्वीकार नही किया जायेगा। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उ0प्र0 के निर्णय के अनुसार बिजली क्षेत्र के नीजीकरण के विरोध मेें काली पट्टी बाॅधनें एवं सायंकाल कार्यालय समयावधि समाप्ति के पश्चात विरोध सभा का कार्यक्रम 18 जनवरी 2025 तक यथावत जारी रहेगा। उसके बाद संघर्ष समिति के केन्द्रीय नेतृत्व के  के निर्णयानुसार आन्दोलन को और तेज किया जायेगा। 
सभा को मुख्य रूप से सूर्यदेव पाण्डेय, रघुनन्दन यादव, पतिराम, रामसुरत, सुशील, राजनाथ, मुकेश, सत्यम, विद्या, आलोक, नमन, माधुरी, सूर्यप्रताप, रिषिकेश, मनीष, अरूण, रामजी आदि ने सम्बोधित किया।