प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय 32 वादों का निस्तारण किया गया।

राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मऊ के तत्वावधान मे  दीवानी न्यायालय,मऊ में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इसमें  विभिन्न प्रकृति के  कुल 53142 मामलों का निस्तारण करते हुए 61448596 रुपये का समझौता राशि जमा कराया गया। वही इसमें कुल 5533539 रु0 का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी हुआ। जनपद न्यायाधीश 06 मामलों का निस्तारण किया। पीठासीन अधिकारी एम.ए.सी.टी. द्वारा कुल 130 मामलों का निस्तारण करते हुए 15185000 की धनराशि दिलायी गयी।  प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय 32 वादों का निस्तारण किया गया। परिवार न्यायालय प्रथम द्वारा कुल 33 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया।
विशेष न्यायाधीश,एस.सी./एस.टी. द्वारा कुल 09 मामलों का निस्तारण किया गया। पॉक्सो कोर्ट द्वारा 14 मामलों का निस्तारण करते हुए 7000 रु0 का अर्थदंड जमा कराया। अपर जनपद न्यायाधीश कोर्ट संख्या-01 द्वारा 05 मामलों का निस्तारण किया गया। अपर जनपद न्यायाधीश कोर्ट नम्बर-4 ने 279 विद्युत सम्बन्धी मामलों का निस्तारण किया। अपर जिला जज एफ.टी.सी. प्रथम द्वारा 01 मामलों का निस्तारण किया गया। न्यायालय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा 11546 मामलों का निस्तारण करते हुए 815400 रु0 का अर्थदंड जमा कराया गया। सिविल जज सीनियर डिवीजन  ने 291 मामलों का निस्तारण किया गया। सिविल जज सि0डि0/एफ.टी.सी. द्वारा 410 मामलों के निस्तारण किया गया। न्यायाधिकारी ग्राम न्यायालय मधुबन ने कुल 50 मामलों का निस्तारण किया। न्यायिक मजिस्ट्रेट,मऊ ने 270 मामलों का निस्तारण किया गया। सिविल जज जू0डि0 सदर ने 575 मामलों का निस्तारण किया गया। सिविल जज जू0डि0 कोर्ट सं0-1 ने कुल 101 मामलों का निस्तारण किया। वही उपभोक्ता फोरम में 13 मामलों का निस्तारण किया गया।
राष्ट्रीय लोक अदालत के दौरान विभिन्न बैंकों द्वारा 964 मामलों में निस्तारण किया एवं रु0 33367116 बकाया राशि प्राप्त की। राजस्व न्यायालय द्वारा 37982 मामलों का निस्तारण राष्ट्रीय लोक अदालत के दौरान किया गया।  बी.एस.एन.एल ने कुल 23 वादों का निस्तारण किया 33684 रु0 की बकाया राशि प्राप्त की। श्रम विभाग एवं मनरेगा द्वारा.46 मामलों का निस्तारण किया एवं नगर पालिका द्वारा 352 मामलों का निस्तारित किये गये। विद्युत विभाग द्वारा प्री-लिटिगेशन स्तर पर 21 मामलों का निस्तारण किया गया तथा सोनाटा फाइनेंस कम्पनी द्वारा 02 मामलों का निस्तारण किया गया।