रतनपुरा (मऊ) उत्तर प्रदेश किसान सभा के कार्यालय रतनपुरा पर जलियांवाला बाग में मारे गए मासूम लोगों की हत्या का बदला लेने के लिए अंग्रेज़ गवर्नर माइकल ओ'डायर को मौत के घाट उतारने वाले महान क्रांतिकारी अमर शहीद सरदार उधम सिंह जी के बलिदान दिवस को प्रेरणा दिवस के रुप में मनाया गया।
इस प्रेरणा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सामाजिक कार्यकर्ता और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के पूर्व प्रदेश सचिव निसार अहमद ने विस्तार से अमर शहीद सरदार उधम सिंह जी हिम्मत ,राष्ट्रभक्ति तथा बहादुरी की भूरि भूरि सराहना करते हुए साथ ही मुंशी प्रेमचंद जी और मोहम्मद रफी साहब के जीवनी, उनके कृतित्व तथा लेखन,गायन की विधा पर बारी बारी से चर्चा करते हुए प्रकाश डाला।
श्री अहमद हिन्दी साहित्य के महान कहानीकार, उपन्यासकार अपनी अद्वितीय क्षमता से लेखन तथा हिन्दी साहित्य को नई दिशा देने वाले, गरीबों, मजलूमों, मज़दूरों की व्यथा को अपने साहित्यिक कृतियां में लेखन, विधा के माध्यम से उकेरने वाले मानवीय जीवन के कलरव व कोलाहल को गहराई से दर्ज करातीं कहानियां लिखने वाले हिन्दी साहित्य के कालजयी कथाकार मुंशी प्रेमचंद जी की जयंती पर कोटिशः नमन् करते हुए बताया गया कि मुंशी प्रेमचंद जी ने प्रगतिशील लेखक संघ के प्रथम सम्मेलन की अध्यक्षता की थी। उनका यहां दिया गया भाषण ही प्रगतिशील आंदोलन के घोषणा पत्र का आधार बना। मुंशी प्रेमचंद जी ने सामाजिक बुराईयों के विरुद्ध अपनी लेखनी के माध्यम से आवाज उठाने वाले साहित्यिक योद्धा थे।
वहीं फ़िल्म जगत में अपने आवाजों का आजीवन जादू बिखेरते रहे आवाज़ के जादूगर मोहम्मद रफ़ी साहब को उनके पुण्यतिथि पर खिराजे अकीदत पेश किया गया।रफी साहब का एक गाना है....
मुझको मेरे बाद ज़माना ढूंढेगा
दिल का सूना साज तराना ढूंढेगा
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि मऊ जनपद के किसान सभा के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र प्रसाद मिश्र ने कहा कि अब ऐसा समय आ गया है कि अमीर और अमीर होते जा रहे हैं और गरीब और गरीब होते जा रहे हैं। मध्यवर्ग का एक छोटा हिस्सा तो अदृश्य भ्रष्टाचार की मलाई काट पाने में सफल है लेकिन शेष बड़ा हिस्सा रोज बढ़ती हुई महँगाई से तालमेल बनाने में ही लस्त-पस्त है। इस भेदभाव को समझना होगा।तभी हम उन्नति कर सकते हैं।
कार्यक्रम का संचालन उत्तर प्रदेश किसान सभा के सदस्य राज्य कौंसिल का० जितेन्द्र राजभर ने किया। संतोष यादव मुन्ना, रामप्यारे गौतम,रमाकांत राजभर, धनराज राजभर, योगेन्द्र राजभर,अरूण सिंह,चन्द्रिका राजभर,बलिराम यादव,सुभाष राजभर,सरल राजभर,कमला राजभर, ओमप्रकाश राजभर,एखलाक़ अहमद, सुरेंद्र राम, डाक्टर दिनेश आदि उपस्थित रहे। अध्यक्षता महेंद्र यादव ने किया।