मऊ -राज्य युवा पुरस्कार से सुशोभित हुए यतीन्द्र ,विवेकानंद यूथ अवार्ड से किये गए सम्मानित

 
आजमगढ़ मण्डल में पहली बार आया ये सम्मान 
 यतीन्द्र के नाम पर होगी जनपद में सड़क 

परदहां विकास खण्ड के इमिलिया डीह गांव के निवासी यतीन्द्र पति पाण्डेय को लखनऊ में राज्यस्तरीय युवा पुरस्कार स्वामी विवेकानंद यूथ अवार्ड से सम्मानित किया गया है । प्रदेश सरकार ने 
यह पुरस्कार प्रदेश के 10 युवाओं को देने का निर्णय लिया था जिसमे विज्ञान व तकनीक , शिक्षा , खेलकूद , पर्यावरण और सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे युवाओं को दिया जाना तय हुआ था । यतींद्र को सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिये चुना गया था । लोक निर्माण विभाग ने विवेकानंद यूथ अवार्ड से सम्मानित युवाओं के नाम उनके जनपद में सड़क बनाने का निर्णय लिया हुआ है । यतीन्द्र मऊ से लेकर वाराणसी तक सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रहे हैं । वाराणसी में तख्ती लेकर भीख माँग रही एक वृद्व दलित माँ के इकलौते बेटे को जो नेपाल की जेल में 4 वर्ष से निर्दोष बन्द था उसे छुड़ाने के लिये यतीन्द्र ने संघर्षों की ऐसी बुनियाद बनाई की एक वृद्ध माँ की अपने बेटे से मिलने की अंतिम इच्छा पूरी हो गयी । नेपाल की जेल से रिहा कराने और माँ और बेटे को मिलाने के बाद कई स्थानों पर युवाओं ने यतीन्द्र का भब्यता से स्वागत किया था और इनकी कुशल रणनीति व नेतृत्व शैली की सराहना भी की था । यहीं यतीन्द्र राष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियों में आ गए व उत्तर प्रदेश सरकार की नजर इनपर पड़ गयी और इन्हें प्रदेश का सबसे बड़ा यूथ अवार्ड देने का निर्णय लिया गया । बीएचयू के छात्र नेता रहे यतीन्द्र मऊ के विकास के लिये भी हमेशा कार्य करते रहते हैं । मऊ जनपद के विकास के लिये मॉडल बनाकर डीएम को सौंपा था जिसमे विकसित मऊ का पूरा प्रारुप था । यतीन्द्र ने सड़क के गड्ढे में पौधरोपण कर प्रशासन को चेतावनी देते हुए रातो - रात मुहम्मदाबाद की सड़कों की मरम्मत कराई थी । अमीरों से कम्बल लेकर गरीबों में बांटना हो , जानवरों के भोजन की ब्यवस्था करनी हो तथा कोरोना के पहली और दूसरी लहर में भी गरीब व लाचारों की मदद करते रहे । यतीन्द्र को यह पुरस्कार भारत सरकार के युवा कार्यक्रम व खेल मंत्रालय के अंतर्गत चल रहे 25 वें यूथ फेस्टिवल में युवा कल्याण व प्रान्तीय रक्षक महानिदेशालय में दिया गया । अपर मुख्य सचिव डिंपल वर्मा व मुख्य अतिथि रहीं लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय डीन प्रोफेसर सुनीता मिश्रा ने विवेकानंद की प्रतिमा 50 हज़ार का चेक , प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया । प्रति वर्ष यह सम्मान मुख्यमंत्री देते हैं लेकिन कोरोना प्रोटोकॉल के कारण नहीं आ सकें