ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री श्री ए.के.शर्मा प्रदेश में संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर निरंतर सक्रिय हैं। वे लगातार विभिन्न जनपदों का दौरा कर 'बिजली बिल समाधान/राहत योजना' के अंतर्गत आयोजित शिविरों में पहुँचकर लोगों को योजना का लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं तथा आम नागरिकों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित कर रहे हैं।उत्तर प्रदेश में विद्युत उपभोक्ताओं के हित में लागू की गई यह योजना अत्यंत सफल सिद्ध हो रही है। अब तक कई लाख उपभोक्ता इसका लाभ उठा चुके हैं, जिससे वर्षों से लंबित पुराने विद्युत बिल मामलों का समाधान संभव हो पाया है।
आज मऊ जनपद के सुदूर क्षेत्र फतेहपुर मंडाव एवं परशुरामपुर गांव में आयोजित शिविरों का निरीक्षण किया गया। इसके उपरांत मधुबन क्षेत्र स्थित सिपाह इब्राहिमाबाद एवं 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्र मधुबन रौजा, साथ ही 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्र बड़गांव एवं टड़ियाव, मऊ में लगे 'बिजली बिल राहत योजना' के शिविरों का भी निरीक्षण किया गया। सभी स्थानों पर उपभोक्ताओं में भारी उत्साह देखने को मिला तथा प्रत्येक शिविर में बड़ी संख्या में लोग पंजीकरण कराते हुए नजर आए।
यह योजना उपभोक्ताओं के लिए अत्यंत आकर्षक है। योजना के प्रथम चरण में मूलधन पर 25 प्रतिशत की विशेष छूट प्रदान की जा रही है। उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि वे इस योजना का लाभ पहले चरण में ही अवश्य उठाएँ।योजना में पंजीकरण हेतु उपभोक्ता विभाग के किसी भी बिलिंग काउंटर, संबंधित एसडीओ अथवा एक्सईएन कार्यालय में जाकर अथवा uppcl.org वेबसाइट के माध्यम से अपना पंजीकरण करा सकते हैं।इसके अतिरिक्त गाजीपुर जनपद के शेखपुर महाराजगंज में आयोजित शिविर में भी कल सायं 07:00 बजे के बाद तक सैकड़ों उपभोक्ता उपस्थित रहे और उन्होंने पंजीकरण कराकर पुराने विद्युत बिलों से राहत प्राप्त करने की प्रक्रिया पूरी की।
सभी उपभोक्ताओं से पुनः आग्रह किया गया है कि वे इस जनकल्याणकारी योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाएँ और समय रहते अपना पंजीकरण कराकर पुराने बकाया विद्युत बिलों से राहत प्राप्त करें।
