होम आइसोलेशन में डॉक्टरों को दिया प्रशिक्षण ,शिशु गहन चिकित्सा इकाई वार्ड में दे रहे सेवाएँ
कोरोना संक्रमण से दो-दो हाथ करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के कोरोना योद्धा जी जान से डटे हुए हैं। मरीजों का उपचार करते हुए वह खुद भी पॉज़िटिव हो रहे हैं, लेकिन पुनः स्वस्थ होकर उनकी सेवा में जुट गए हैं। ऐसा ही एक उदाहरण जिला चिकित्सालय में कई वर्षों से तैनात वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ सीएस साहनी का है। वर्तमान में डॉ साहनी बच्चों के गहन चिकित्सा इकाई पीआईसीयू (पीकू - पीडियाट्रिक्स इंटेंसिव केयर यूनिट) वार्ड में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
डॉ साहनी ने बताया ड्यूटी के दौरान वह किसी कोरोना उपचाराधीन के संपर्क में आने के बाद वह भी पाज़िटिव हुए थे| इसके बाद उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया और जरुरी दवाईयों के साथ अपनी दैनिक दिनचर्या करते रहे। इसी बीच में तीसरी लहर की संभावना की सूचना आने पर अगल-बगल के जनपदों के जिला चिकित्सालय के साथी डॉक्टर उनसे बच्चों में कोविड-19 संक्रमण को लेकर जरूरी जानकारियां लेते रहे। घर से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बच्चों के लिए आए वेंटिलेटर का संचालन और प्रयोग की जानकारी के बारे में प्रशिक्षण आदि साथी डाक्टरों को देते रहे।
डॉ सीएस साहनी कुछ दिनों पहले ही कोरोना को पूरी तरह से मात देकर जिले के बाल रोग विभाग में संचालित बच्चों के 10 बेड के पीकू वार्ड को पूरी तरह से प्रयोग में लाने के लिए जी जान से साथी डॉक्टर और स्टाफ के साथ जुट गए हैं।
जनपद की बड़ी आबादी की सुरक्षा कोरोना वारीयर्स के कंधों पर है। ऐसे ही समर्पित डॉक्टर, नर्स, वार्ड ब्योय, सफाई कर्मी आदि सभी कोरोना वारीयर्स जज्बे के साथ इस आपदा से निपटने के लिए देश और सरकार के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़े हैं।
उन्होने जनमानस से यही अपील की है कि इस मुश्किल घड़ी में सरकार का साथ दें और बताए गए सभी प्रोटोकॉल का अवश्य ध्यान रखें। कोविड-19 टीकाकरण जरूर कराएं। टीकाकरण के बाद भी दोहरे मास्क, दो गज दूरी और साबुन पानी से बार-बार अच्छी तरह हाथ धोने की आदत डालें।