एम्बुलेंस मामले में FIR में मुख्तार और उसके गुर्गों का नाम बढ़ा, मऊ से एक को गिरफ्तार किया

बाराबंकी। एंबुलेंस पंजीयन प्रकरण में मऊ की डॉ. अलका राय के खिलाफ कराए गए मुकदमे में मुख्तार अंसारी को भी साजिश रचने का आरोपित बनाते हुए उसके कुछ गुर्गों को भी नामजद किया गया है। एंबुलेंस पंजीयन के लिए कागज पर डा. अलका से जबरन हस्ताक्षर कराने के एक आरोपित को पुलिस मऊ से गिरफ्तार कर ले आई है।
मुख्तार अंसारी के आपराधिक इतिहास में एक केस बाराबंकी का भी जुड़ गया है। इससे पहले जिले में उसके खिलाफ कोई मुकदमा नहीं था। फर्जी व कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर बाराबंकी एआरटीओ में पंजीकृत कराई गई एंबुलेंस के प्रकरण में एक अप्रैल को मुकदमा कराया गया था। कोतवाली नगर में कराए गए मुकदमे में आरोपित मऊ स्थित श्याम संजीवनी हास्पिटल की संचालिका डा. अलका राय के मऊ पहुंची टीम ने बयान दर्ज कर उसकी तहरीर ली थी। इसके आधार पर पुलिस ने मुख्तार अंसारी पर साजिश रचने की धारा 120 बी और उसके गुर्गों पर भी फर्जी दस्तावेज बनाने, धमकी देने व दहशत फैलाने की धारा का आरोपित बनाया है। यही नहीं मऊ के अहरौली थाना के सराय लखंसी के राजनाथ यादव पुत्र फूलेश्वर यादव को पुलिस टीम गिरफ्तार भी कर लाई है। इस पर डॉ अलका को धमका कर जबरन हस्ताक्षर कराने का आरोप है। 
'मुख्तार अंसारी सहित इस मुकदमे में डा अलका राय के सहयोगी डा. शेषनाथ राय व मुजाहिद सहित कुछ अन्य लोगों का नाम भी शामिल किया गया है। वहीं, राजनाथ यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है।