मऊ --पुलिस अधीक्षक मऊ श्री सुशील धुले के निर्देश पर अपर पुलिस अधीक्षक मऊ श्री त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी एवं क्षेत्राधिकारी मधुबन श्री राजकुमार सिंह के निर्देश पर हलधरपुर में रामवृक्ष चौहान पुत्र स्वर्गीय रामधनी चौहान की हत्या कर घर में शव छुपाने वाले नामजद अभियुक्तगण मृतक के पुत्र एवं पौत्र क्रमशः मुरली चौहान एवं संदीप चौहान पुत्र मुरली चौहान को मुहवा मोड़ थाना हलधरपुर से प्रभारी निरीक्षक डी के श्रीवास्तव एवं फोर्स द्वारा गिरफ्तार किया गया। वही अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि जमीन के विवाद में पिता की हत्या कर शव को छुपाने की नियत से बोरे में भरकर घर में रखा था, कि रात के अंधेरे में कहीं ठिकाने लगा दिया जाएगा।वही अभियुक्त मुरली चौहान की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त लोहे का रम्मा तथा घटना के समय पहने हुए अपने कपड़े जिस पर खून के धब्बे हैं, को भी बरामद करा दिया है।
वही अभियुक्तों ने जुर्म को सवीकार करते हुए बताया की मृतक रामवृक्ष चौहान के तीन लड़के हैं। सुभाष चौहान, मुरली चौहान तथा राजा प्रताप चौहान। सुभाष चौहान विदेश में काम करता है। उसका लड़का उपेंद्र चौहान गांव में रहता है। शेष दो लड़के गांव में रहते हैं। मृतक रामवृक्ष ने अपने खेत बारी को चार हिस्सों में बांट दिया। एक-एक हिस्सा पुत्रों को तथा एक हिस्सा स्वयं अपने पास रखा और अपने हिस्से के साथ अपने सबसे छोटे पुत्र राजा प्रताप चौहान के साथ रहने लगा। इस बात पर मृतक के पुत्र मुरली चौहान तथा पोते उपेंद्र चौहान लगातार मृतक पर दबाव बनाते रहे, झगड़ा करते रहे कि उसे पूरी प्रॉपर्टी में एक तिहाई दिया जाए। जिस पर मृतक तैयार नहीं था और उससे रंजिश रखने लगे। मृतक के भतीजे योगेंद्र चौहान ने ही अभियुक्त मुरली चौहान तथा उसके लड़के संदीप चौहान के साथ मिलकर योजना बनाया कि अगर रामबृक्ष चौहान मर जाते हैं, तो प्रॉपर्टी हम लोगों को मिल जाएगी। इसी योजना के तहत दिनांक 06-12-2020 को सुबह जब रामबृक्ष चौहान अपने छोटे पुत्र के घर से खेत के लिए निकला तो उपेंद्र चौहान ने पूर्व योजना के अनुसार उसका पीछा किया और जब वह गली मे योगेंद्र चौहान के घर से होते हुए मुरली चौहान के घर के सामने पहुंचा तो पीछे से योगेन्द्र चौहान ने उसका मुंह पकड़ लिया तथा संदीप चौहान और मुरली चौहान ने उसके हाथ पैर पकड़कर मुरली चौहान के घर में ले जाकर रम्मा से गला दबाकर उसकी हत्या कर दिये, और साक्ष्य छुपाने के लिए मृतक के शव को पालीथीन में लपेटकर कर प्लास्टिक और जूट की बोरी में भरकर बांध दिया। और घर को बाहर से ताला बंद कर दिया। योगेंद्र चौहान और संदीप चौहान अलग-अलग घर से निकल गए जबकि मुरली चौहान घर के बाहर से गांव में भ्रमण करता रहा, की रात में मौका मिलने पर शव को घर के पीछे से निकालकर घाघरा नदी में बहा देंगे और किसी को पता नहीं चलेगा। पिता की गायब होने के बाद हम लोग प्रॉपर्टी ले लेंगे, किंतु सबसे छोटे पुत्र राजा प्रताप चौहान और गांव के लोगों को शाम तक खेत से वापस ना आने पर चिंता हुई और रात भर लोग ढूंढते रहे जिसके कारण मुरली चौहान और उसके पुत्र और भतीजे ने शव को घर से निकाल कर ठिकाने नहीं लगा पाए। शाम को ही मुरली चौहान भी घर से गायब हो गया अगले दिन संदीप ने सुबह बलिया से किसी अन्य व्यक्ति के मोबाइल से 112 नंबर पुलिस कंट्रोल को सूचना दिया कि मेरे बाबा रामबृक्ष चौहान को मेरे चचेरे भाई उपेंद्र चौहान ने हत्या करके लाश को मेरे घर में छिपा कर बाहर से ताला बंद कर भाग गए हैं और स्वयं मोबाइल बंद कर गायब हो गया। इस सूचना पर मौके पर प्रभारी निरीक्षक हलधरपुर, क्षेत्राधिकारी मधुबन, फॉरेंसिक टीम, मृतक का लड़का राजा प्रताप और गांव के तमाम लोग मौके पर आ गए जिनके समक्ष बंद दरवाजे को तोड़कर खोला गया तो मृतक का शव बरामद हुआ। मृतक के तीसरे पुत्र राजा प्रताप चौहान जिसके साथ मृतक रहता था उसकी लिखित तहरीर पर उपरोक्त नामजद अभियोग पंजीकृत किया गया। पुलिस द्वारा 2 दिन के अंदर नामजद अभियुक्तगण की गिरफ्तारी किए जाने से गांव व के पास के लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को पुलिस अधीक्षक मऊ द्वारा नगद इनाम देने की घोषणा की गई है।

