दोहरीघाट मऊ
कार्तिक पूर्णिमा मेला व स्नान पर्व पर जहाँ लाखों लोगों ने सरयू नदी में डुबकी लगाई वही रामघाट गौरीशंकर घाट राम जानकी घाट व रामघाट से लेकर पुल तक तथा मातेश्वरी धाम तक स्नान करने वालों का तांता लगा रहा भोर से ही छोटी अयोध्या में डुबकी लगाने वालों का रेला उमड़ पड़ा ।बटोर से लेकर दुसरे दिन स्नान के बाद मेलार्थियो का हुजूम उमड़ पड़ा जो देर शाम तक चलता रहा ।
कार्तिक पूर्णिमा के ऐतिहासिक स्नान के लिए उमड़े जनसैलाब से एक दिन पहले से ही पूरा नगर पटा रहा।भोर से ही स्नानार्थियों का रेला रामघाट पुराना घाट मुक्तिधाम घाट पर उमड़ा रहा। जैसे जैसे दिन चढ़ता गया स्नानार्थियों की भीड़ बढ़ती गई। नगर की पौराणिक महत्ता व ऐतिहासिक स्नान के प्रति लोगो की आस्था देखते बन रही थीं।आस पास के अलावा दूर दराज से आये हुए हजारो लोगो ने एक दिन पहले ही नगर में डेरा डाले हुए थे। भोर होते ही नगर की सभी मंदिरों के घण्टो घड़ियालों भजन कीर्तन से पूरा नगर गुंजयमान रहा पूरी तरह से आस्था के रंग में दो हरियो की पावन नगरी डूबी रही। घाट पर स्नान करने के बाद महिलाओ ने मां सरयू की आरती उतारी।अगरबत्ती कपूर फूल प्रसाद पूरी हलवा चढ़ाते हुए लोग मन्नत भी मांगते रहे। महिलाओं बुजुर्गों बच्चे युवा सभी ने कार्तिक पूर्णिमा के ऐतिहासिक स्नान में आस्था की डुबकी लगा कर भगवान सूर्य को अर्घ देते हुये पूजा अर्चना किये। रामघाट से लेकर पुल तक मातेश्वरी धाम तक नदी के किनारे पर लोगो ने भारी संख्या में स्नान किया।