विश्व हेपेटाइटिस दिवस शारदा नारायण हासपिटल में मनाया गया

 मऊ--आज विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर शारदा नारायन हास्पिटल में निःशुल्क जाॅच शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 10 लोगो का निःशुल्क जाॅच किया गया तथा हेपेटाइटिस का वैक्सिनेशन किया गया। अवसर पर बोलते हुए शारदा नारायन हास्पिटल के वरिष्ठ चिकित्सक व आई0एम0ए0 अध्यक्ष डा0 संजय सिंह ने बताया कि हेपेटाइटिस मूल रूप से पाँच प्रकार का होता है हेपेटाइटिस ए, बी ,सी ,डी एवं ई। भारत की बात करे तो यहाँ हेपेटाइटिस के सभी रूप मिलते है । डा0 सिंह ने बताया कि हेपेटाइटिस प्रायः लीवर की बिमारी है जो लीवर को नुकसान पहुचाता है । अंतिम स्थिति में हेपेटाइटिस लीवर सिरोसिज और कैंसर का कारण भी बन सकता है । हेपेटाइटिस को एड्स से भी घातक रोग माना जाता है । हेपेटाइटिस से मरने वालो की सख्या एड्स से मरने वालो की तुलना में 10 गुना अधिक बताई जाती है । भारत मे हेपेटाइटिस के टीके उपलब्ध होने के बावजूद हर साल दो लाख से ज्यादा लोग, हेपेटाइटिस की वजह से मरते हैं। 
        डा0 संजय सिंह ने बचाव के बारे में बोलते हुए बताया कि हेपेटाइटिस से बचने के लिए कभी ऐसे व्यक्ति के रक्त के सम्पर्क मे नही आना चाहिए जिसे हेपेटाइटिस हुआ हो । सदैव डिसपोजल सिरिंज का प्रयोग करना चाहिए और दूसरे व्यक्ति के द्वारा इस्तेमाल की गयी सुई का प्रयोग नहीं करना चाहिए , यौन सम्ंबधो में भी सावधानी बरतनी चाहिए , हेपेटाइटिस के मरीज के साथ यौन सम्ंबध नहीं बनाना चाहिए ,तथा हेपेटाइटिस बी का वैकासीनेन करना चाहिए जो कि अस्पतालो में उपलब्ध होता है । डा0 सिंह ने बताया कि हेपेटाइटिस के मरीजो की सख्या बढ़ रही है इसके इलाज मे लापरवाही की जाती है तो ये रोग आगे जाकर कैसंर में परिर्वतीत हो जाती है । इस अवसर पर डा0 सुजीत सिंह,डा0 एकिका सिंह,डा0राहुल कुमार,डा0सिन्ग्धिा सोनल, डा0 गौतम कुमार,डा0 गुलाम,डा0 सतीश सिंह,डा0 अजित सिंह,शिवकुमार सिंह,मनीष शर्मा,आलोक सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।