एक पत्र/ संदेश/ निवेदन अभिभावकों के नाम

A letter / message / request to parents

सभी बोर्ड की परीक्षाएँ लगभग नजदीक आ चुके हैं । जैसे जैसे परीक्षा की तिथियाँ नजदीक आ रही हैं वैसे वैसे लगभग सभी बच्चों के साथ साथ अभिभावकों का भी मानसिक तनाव बढता जा रहा है कि सर्वश्रेष्ठ परिणाम प्राप्त हो, लेकिन हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि इन परिक्षार्थिओं में भविष्य के कलाकार छिपे हैं जिनके अंक यदि कम आये तो उसे नजर अंदाज करना होगा, इनमें बडे व्यवसायी एवं बड़ी बड़ी कम्पनी के प्रतिनिधित्व करने वाले बच्चे भी हैं जिनके इतिहास में कम अंक आते हैं तो कोई बात नहीं, इन्हीं बच्चों में बड़े बड़े गायक/ कलाकार भी छिपे हैं जो निखर कर सामने आ सकते हैं जिनके लिए विज्ञान में कम अंक का कोई विशेष महत्व नहीं हैं, इन्हीं परिक्षार्थियों में भविष्य के खिलाड़ी भी छिपे हैं जिनके लिए उनके अंकों से ज्यादा शारीरिक तन्दरुस्ती  महत्वपुर्ण है। हमारा बच्चा ज्यादा अंक लाता है तो बहुत ही अच्छी बात है, लेकिन हमारी अपेक्षा के अनुसार नम्बर नहीं ला पाता है तो हमें उससे उसका आत्मविश्वास और उसका स्वाभिमान नहीं छिनना चाहिए बल्कि, उसकी प्रतिभा का आकलन करना चाहिए,  उसे हिम्मत देना चाहिए कि कोई बात नहीं यह एक छोटा सा परीक्षा ही तो है तुम्हें भविष्य में इससे भी कुछ बहुत बड़ा करने के लिए ईश्वर द्वारा बनाया गया है । यदि वे कम अंक लाते हैं तो भी उन्हें समझाना होगा कि कम अंक आने पर भी हम उन्हें प्यार करते हैं । हम उनके कम अंक के कारण कोई विशेष निष्कर्ष नहीं निकालेंगे। ईश्वर के लिए हमें ऐसा ही करना होगा और जब हम ऐसा करेंगे तो देखेंगे कि हमारा बच्चा दुनया जितने के समान कार्य कर सकता है  । एक परीक्षा और कम अंक हमारे बच्चों से उनकी प्रतिभाएं, उनकी खुशियाँ नहीं छीन सकते ।


*हमें इस विचार से बाहर आना होगा कि इस दुनिया में केवल डाक्टर या इन्जिनीयर ही खुश और सफल हैं। अपने बच्चों को एक अच्छा इन्सान बनने की शिक्षा देनी होगी।* केवल अच्छे अंक ही हमारे बच्चों के भविष्य का मानक नहीं हो सकते।
             
*वर्तमान आधुनिक और आर्थिक परिवेश में यह विचार गलत हो सकता है लेकिन इस पर हमें एक बार विचार करना होगा।

                                                - प्रदीप कुमार पाण्डेय