पाकिस्तान की अदालत ने पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ को देशद्रोह मामले मे मौत की सजा सुनाई है।
सेना के शासन के इतिहास में ऐसा फैसला देश में पहला है। सेना ने गुस्से में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कानूनी प्रक्रिया को "नजरअंदाज कर दिया गया है"।
इसके बाद पाकिस्तान सेना भड़क उठी। सेना की तरफ से कहा गया कि परवेज मुशर्रफ ने देश की सेवा की और वह गद्दार नहीं हो सकते।
पाक सेना ने राष्ट्रपति रहे मुशर्रफ के लिए कसीदे पढ़े और कहा कि पूर्व सेना प्रमुख और राष्ट्रपति के खिलाफ इस तरह के फैसले से उन्हें बहुत दुख हुआ है।
मुशर्रफ पर 3-11-2007 को आपातकाल लगाने के लिए देशद्रोह का मामला चल रहा है। पाकिस्तान की पूर्व मुस्लिम लीग नवाज सरकार ने यह मामला दर्ज कराया और 2013 से यह लंबित चल रहा था। इसके बाद 31 मार्च 2014 को मुशर्रफ आरोपी करार दिए गए ।
जनरल मुशर्रफ को 2016 में पाकिस्तान छोड़ने की अनुमति दी गई थी और वह दुबई में हैं। एवं वह अमिलॉडोसिस नाम की बीमारी से ग्रसित हैं। इस बीमारी से बची हुई प्रोटीन शरीर के अंगों में जमा होने लगती है।