एक तरफ जहां गांव में विकास के नाम पर होने वाले फर्जीवाड़े और गबन की तो खबरें बहुत बार सुनी होगी । गॉव में आने वाले बजट को प्रधानों द्वारा फर्जी भुगतान कर उतार लिया जाता तो जमीन पर दिखने वाला कार्य कागजों में दिखता । लेकिन मऊ जनपद के दो गांव के प्रधानों ने अपनी साफ सुथरी नियत और सोच की वजह से गांव का ऐसा सर्वांगीड़ विकास किया कि आज राष्ट्रीय स्तर पर गांव का नाम हो रहा है ।
जनपद के रतनपुरा विकास खंड के ग्राम संहरुआ एवं मोहम्मदाबाद विकास खंड के माहपुर गॉव के हुवे कार्य को देखते हुवे पहले मुख्यमंत्री सम्मान आयोजन के द्वारा सम्मानित होने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार से सम्मानित किया गया । दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर से दोनों प्रधानों को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित होने के बाद जैसे ही प्रधान अपने गाँव मे पहुचे तो ग्रामीणों से प्रधानों का फूल माला पहनाकर जमकर स्वागत किया । वहीं संहरूआ के प्रधान वीरेंद्र यादव को लोगों गाड़ी पर बैठकर विजय जुलूस की शक्ल में पूरे गाव में घुमाया ।
माहपुर के प्रधान शाजिया खानम के पति एवं प्रधान प्रतिनिधि अमरुल्ला खान ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर गांव को मिली पहचान और सम्मान यह मेरा नही बल्कि गॉव के लोगों का है । मैंने जो गांव में इंटर लॉकिंग , खड़ंजा , शौचालय , और सोलर लाइट , आंगनबाड़ी केंद्र बनाया उसको देखते हुवे बेहतर कार्य की वजह से जो राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिला है मैं कोशिश करते हुवे आगे भी ऐसे ही गांव का विकास करता रहूंगा ।
वही संहरूवा के प्रधान वीरेंद्र यादव का कहना था की मैं उन प्रधानों से भी यह आग्रह करूंगा कि वे भी अपने गाँव का हर संभव विकास करें जिससे उनके गॉव के साथ मऊ जनपद के नाम रोशन हो सके