यूनिसेफ DMC के सहयोग से धर्मगुरुओं की संयुक्त बैठक सम्पन्न

शहरी क्षेत्र में टीकाकरण कार्यक्रम को और प्रभावी बनाने तथा समाज के हर वर्ग तक इसकी पहुँच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुक्रवार को विकास भवन स्थित सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) और मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) मऊ की संयुक्त अध्यक्षता में हुई इस बैठक में यूनिसेफ डीएमसी (DMC) टीम के सहयोग से विभिन्न धर्मों के प्रतिष्ठित धर्मगुरुओं, नगर निकाय प्रतिनिधियों, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और तकनीकी विशेषज्ञों ने सहभागिता की।

बैठक को संबोधित करते हुए सीडीओ एवं सीएमओ मऊ ने कहा कि टीकाकरण बच्चों के स्वस्थ भविष्य की नींव है, और समाज में विश्वास निर्मित करने तथा जागरूकता बढ़ाने में धर्मगुरुओं की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि शहरी क्षेत्रों में छूटे हुए बच्चों की पहचान कर उन्हें टीकाकरण से जोड़ने में धार्मिक और सामुदायिक नेतृत्व का सहयोग अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा।

यूनिसेफ DMC टीम ने जिले में शहरी टीकाकरण की वर्तमान स्थिति, प्रमुख चुनौतियों और समुदाय आधारित समाधान पर विस्तृत प्रस्तुति दी। टीम ने बताया कि अनेक परिवार जानकारी की कमी, भ्रांतियों व सामाजिक कारणों से अब भी टीकाकरण से वंचित रह जाते हैं, ऐसे में धार्मिक नेताओं की सक्रिय भागीदारी से इस अंतर को आसानी से पाटा जा सकता है।

स्वास्थ्य विभाग ने जनपद में चल रहे नियमित टीकाकरण, विशेष अभियानों और आगामी योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की। विभाग ने कहा कि स्थानीय स्तर पर जनजागरूकता बढ़ाने के लिए धार्मिक स्थल और मंच सबसे प्रभावी माध्यम बन सकते हैं।

बैठक के दौरान उपस्थित धर्मगुरुओं ने प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और यूनिसेफ के संयुक्त प्रयासों की सराहना करते हुए सहयोग का भरोसा दिया। उन्होंने घोषणा की कि वे - अपने धार्मिक स्थलों पर टीकाकरण के समर्थन में संदेश प्रसारित करेंगे, माइक व जनसभाओं के माध्यम से जागरूकता बढ़ाएँगे, सूचना-पत्रक लगाने में सहयोग करेंगे, तथा धार्मिक प्रवचनों में टीकाकरण के महत्व पर चर्चा करेंगे।

बैठक के अंत में सीडीओ एवं सीएमओ मऊ ने सभी सहभागियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, धार्मिक समुदाय और यूनिसेफ DMC के संयुक्त प्रयासों से जनपद मऊ के शहरी क्षेत्र में 100 प्रतिशत टीकाकरण लक्ष्य निश्चित रूप से हासिल किया जाएगा।

बैठक सौहार्दपूर्ण, सहयोगपूर्ण और उत्साहपूर्ण वातावरण में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई।