कार्यभार संभालते ही एसडीएम प्रशासनिक अशोक कुमार सिंह ने स्पष्ट संदेश देते हुए कहा, "सरकार की मंशा के अनुरूप न्याय अब निर्धन के द्वार तक पहुंचेगा। न्याय चला निर्धन के घर, अब सिर्फ नारा नहीं, एक साकार होती नीति है।" उन्होंने कहा कि जनता से सीधा संवाद कर समस्याओं को प्राथमिकता से सुलझाना उनकी पहली जिम्मेदारी होगी। उन्होंने यह भी जोड़ा कि तहसील स्तर पर पारदर्शी और जवाबदेह प्रशासन सुनिश्चित करना, और प्रत्येक व्यक्ति को उसके अधिकारों के प्रति सजग बनाना उनका लक्ष्य है।
सत्य प्रकाश को न्यायिक कार्यों की कमान, न्यायिक प्रक्रिया में आएगी गति
नवनियुक्त एसडीएम न्यायिक सत्य प्रकाश ने कहा कि वह न्यायिक प्रक्रिया में पारदर्शिता, समयबद्धता और निष्पक्षता को सर्वोच्च प्राथमिकता देंगे। उन्होंने कहा कि न्यायिक ढांचे को और अधिक प्रभावी बनाकर आम जनता को समय पर न्याय दिलाना उनकी प्राथमिकता होगी।
प्रशासनिक गलियारों में फेरबदल के कई मायने, जनता को राहत की उम्मीद
इस बदलाव को तहसील प्रशासन को अधिक सक्रिय और उत्तरदायी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, शासन प्रशासन का फोकस अब जनता से सीधे संवाद, भ्रष्टाचारमुक्त सेवा और न्यायिक प्रणाली को मजबूत करने पर है।
स्थानीय नागरिकों अधिवक्ताओं और जनप्रतिनिधियों ने दोनों अधिकारियों के आगमन का स्वागत किया है। लोगों को उम्मीद है कि प्रशासनिक और न्यायिक दोनों क्षेत्रों में यह नया संयोजन विकास और न्याय की नई मिसाल कायम करेगा।