(मऊ) मुस्लिम इंटर कॉलेज के सभागार में ब्रेकथ्रू साइंस सोसाइटी - मऊ के द्वारा "विज्ञान और मिथक" विषय पर परिसंवाद का आयोजन हुआ CSIR के मुख्य वैज्ञानिक गौहर रज़ा ने मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए कहा कि, "विज्ञान का विषय के रूप में अध्ययन और वैज्ञानिक दृष्टिकोण दो अलग अलग चीज़ें हैं। इसकी अनिवार्य शर्त है सवालों का पैदा होना।" विज्ञान की खोजें जाति, नस्ल , धर्म, राष्ट्र जैसे बंटवारे को नही मानती वह पूरी इंसानियत की भलाई के काम आती है।आज जहां दुनिया पहुंची हैं,वह विज्ञान की देन है। विज्ञान और टेक्नोलॉजी अलग-अलग हैं विज्ञान रचनात्मक होता है, जबकि पूंजी के नियंत्रण ने टेक्नोलॉजी को विध्वंसक और मुनाफाखोरी का पर्याय बना दिया है,और आम धारणा बना दी गई हैं कि विज्ञान की खोजें ही विध्वंसक है।उनके वक्तव्य के बाद प्रश्न प्रहर भी आयोजित हुआ जिसमें सबा परवीन, इरफ़ान, मनोज सिंह,गौरव, आदि ने अपने प्रश्न पूछे। नगर पालिका परिषद के चेयरमैन अरशद जमाल ने कहा कि, "विज्ञान के सही उपयोग से इंसान की जिंदगी आसान हो जाती है।" कार्यक्रम की अध्यक्षता सालिम अंसारी पूर्व सांसद ने की। उन्होंने अपने अध्यक्षीय संबोधन में विज्ञान की अहमियत पर ज़ोर देते हुए कहा कि, "विज्ञान ही इंसान को अंधेरे से रोशनी में लाया।"कार्यक्रम में वरिष्ठ सर्जन डॉक्टर सरफराज, प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ जयप्रकाश धूमकेतु, पूर्व DIOS शिवचंद राम, अज़ीम भाई, अभिनव शर्मा,ब्रेक थ्रू साइंस सोसाइटी के राज्य सचिव जय प्रकाश, फखरेआलम, त्रिभुवन शर्मा, अरविंदमूर्ति, ललित, तेजभान, सायरा बानो आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ मुशीर अहमद ने किया।
HomeUnlabelled
*विज्ञान धर्म,जाति,नस्ल,राष्ट्र जैसे बंटवारे को नहीं मानता विज्ञान इंसानियत की बेहतरी के लिए काम करता है --गौहर रजा