स्वर्गीय अतुल कुमार अंजन की जयंती पर गरीब एवं असहायों को बटे कंबल

घोसी -भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव रहे स्व. अतुल कुमार अंजान की जयंती के अवसर पर शुक्रवार को एक सभा का आयोजन नगर के बड़ागांव स्थित उनके आवास पर किया गया। लखनऊ से चलकर आयीं स्व. अतुल कुमार अंजान की बहन किरण सिंह उर्फ माना व रत्ना सिंह ने अपने हाथों से इस ठंड से बचाव के लिए 40 कम्बल गरीब असहाय लोगों को वितरित किया। उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए उनकी बहन रत्ना सिंह ने कामरेड अतुल अंजान को गरीबों का सच्चा सेवक बताया और उनके पदचिन्हों पर चलने का संकल्प दोहराया। अतुल जी की बहन किरण सिंह "माना" ने उनसे जुड़ी अपने संस्मरण को लोगों को सुनाते हुए उन्होंने आंदोलन एवं किसान नौजवान मजलूम मजदूर की मुखर आवाज़ और उनके समाधान का योद्धा बताया। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता निसार अहमद ने अतुल जी के साथ बिताए गए क्षणों को स्मरण करते हुए कहा कि जहां भी ज़ुल्म अत्याचार बढ़ता था अतुल जी वहां उन ताकतों के विरुद्ध एलान ए जंग कर देते थे, सबसे ज्यादा साम्प्रदायिक ताकतें उनसे घबड़ाती थीं, वे सद्भभाव के जिंदा मिसाल थे। आज के परिस्थितियों में अतुल जी की बहुत आवश्यकता थी लेकिन वे अचानक दुनियां को अलविदा कह गए। स्वामीनाथन आयोग के सदस्य के रूप में उन्होंने जो सुझाव कृषकों के हित में दिया वह एक अहम दस्तावेज बना। इस दौरान किसान सभा के राज्य सदस्य राम नारायण सिंह, सीपीएम के जिला मंत्री कामरेड अजीम खान, उ.प्र किसान सभा के जिलाध्यक्ष देवेंद्र प्रसाद मिश्रा, जिला मंत्री हाजी गुफरान, शिक्षक एवं लेखक मनोज सिंह, अर्चना उपाध्याय, जलीस अहमद, कांग्रेस नेता मोशफ्फे जमाल उर्फ चंदू भाई, जयराम यादव, वीरेंद्र चौरसिया, उदय नारायण राय, अनीस अहमद, चन्द्रमणि यादव, अंतु राम, जगन्नाथ चौहान, इकराम प्रधान, महातम चौहान आदि ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये। संतोष यादव मुन्ना और रामप्यारे गौतम सहित कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सेनानी पुत्र रमेश पांडेय व संचालन किसान नेता शेख हिसामुद्दीन ने किया।