रतनपुरा (मऊ ) पूर्वोत्तर रेल मंडल वाराणसी मंडल के अधीन इंदारा फेफना रेल मार्ग पर स्थित रतनपुरा रेलवे स्टेशन के पूर्व रेल संपार संख्या 23 को रेलवे ने प्लेटफार्म विस्तार के नाम पर बंद कर दिया था, जिस कारण लगभग ढाई दर्जन से अधिक गांवों के लोगों को कठिनाइयां होने लगी।काफी जन संघर्षों, आंदोलनों, तथा उच्चाधिकारियों को मांग पत्र सौंपने के बाद रेल प्रशासन ने इस संपार को खोलने के बजाय अंडरग्राउंड ब्रिज बनवाने का निर्णय लिया। तत्पश्चात इसकी स्वीकृति मिली और निर्माण कार्य के लिए धन भी आबंटित करते हुए रेलवे विभाग के निर्माण एजेंसी गति शक्ति को कार्य आबंटित कर दिया गया है। परन्तु यह मामला निर्माण एजेंसी ने ठंडे बस्ते में डाल दिया, विगत माह में डीआरएम (मंडल रेल प्रबंधक) वाराणसी के दौरे के क्रम में स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उपस्थित होकर डीआरएम को समस्याओं से अवगत कराया था, डीआरएम साहब ने उस अंडर ग्राउंड संपार के काम को अकारण रोके जाने पर आश्चर्य जताते हुए शीघ्र कार्य प्रारंभ कराने का आश्वासन दिया था। फिर भी उनसे उनका वादा याद दिलाया जाता रहा,उसी क्रम में रेलवे निर्माण इकाई गति शक्ति में तैनात श्री अशोक कुमार श्रीवास्तव आदि लोगों ने आज उपस्थित होकर निर्माण कार्य के लिए उपयुक्त भूमि की नाप तौल का काम शुरू कर नक्शा प्राक्कलन आदि तैयार किया।। श्री अशोक कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक सारी औपचारिकताएं पूर्ण होने में लगभग 3-4 माह लगेंगे तब बरसात बाद इसपर कार्य प्रारंभ किया जाएगा। इस प्रकार का यह पहला आश्वासन नहीं है जो रेलवे अधिकारियों और उनके अधिनस्थों द्वारा दिया गया है बल्कि यहां के लोग आश्वासन पर जीने के आदी हो गए हैं। लेकिन रेलवे विभाग को समझना होगा कि दुख एवं पीड़ा सहने की भी एक सीमा होती हैं, कहीं ऐसा ना हो कि जनता अपना धैर्य खो दे / किसान सभा के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र मिश्र, सामाजिक कार्यकर्ता एवं समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता निसार अहमद, संतोष यादव मुन्ना, रामप्यारे गौतम, मुन्ना यादव प्रधान, मोहम्मद कासिम, मुन्ना शर्मा आदि लोग मौजूद रहे।