सूतक काल आरम्भ 4:05 ,
सूतक काल समाप्त होगा 2:24 पर,
ग्रहण आरंभ 1:05 से ग्रहण समाप्त 2:24
चंद्र ग्रहण पूरे भारतवर्ष में दिखाई देगा
सनातन धर्म में चंद्र ग्रहण का विशेष महत्व है। इस दौरान पृथ्वी पर राहु और केतु का प्रभाव बढ़ जाता है। ज्योतिषियों की मानें तो पृथ्वी और चन्द्रमा के बीच सूर्य के आ जाने से चंद्र ग्रहण लगता है। चंद्र ग्रहण के समय शुभ कार्य करने की मनाही होती है। अनदेखी करने से शारीरिक और मानसिक सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इस वर्ष का आखिरी ग्रहण शरद पूर्णिमा तिथि पर लगने वाला है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, पूर्णिमा तिथि 28 अक्टूबर को प्रातः काल 4 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगी और 29 अक्टूबर को देर रात 1 बजकर 53 मिनट पर समाप्त होगी। इसके लिए लोग चंद्र ग्रहण की तिथि यानी तारीख को लेकर असमंसज में हैं। आइए, चंद्र ग्रहण का सही समय और तिथि जानते हैं-
ज्योतिषियों की मानें तो चंद्र ग्रहण 29 अक्टूबर को देर रात 1 बजकर 5 मिनट पर शुरू होगा और देर रात 2 बजकर 24 मिनट पर समाप्त होगा। कुल मिलाकर 1 घंटे 19 मिनट का चंद्र ग्रहण लगेगा। उपच्छाया से पहला स्पर्श देर रात 11 बजकर 32 मिनट पर है। वहीं, भारत समेत एशिया के कई अन्य देशों में चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। अतः भारत में सूतक मान होगा। चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक काल 9 घंटे का होता है। अतः सूतक शाम 4 बजकर 5 मिनट से शुरू होगा।
चंद्र ग्रहण के दौरान 9 घंटे का सूतक होता है। अतः सूतक संध्याकाल 04 बजकर 5 मिनट पर शुरू होगा। वहीं, सूतक समापन देर रात 2 बजकर 24 मिनट पर होगा। बच्चे, वृद्ध, गर्भवती महिलाएं और अस्वस्थ लोगों के लिए सूतक रात 9 बजे से शुरू होगा।