वरिष्ठजनों का सम्मान हर दिन हर पल हमारे मन में होना चाहिए लेकिन उसके प्रति मन में छुपे हुए इस सम्मान को व्यक्त करने के लिए एवं बुजुर्गों के प्रति चिंतन की आवश्यकता के लिए औपचारिक तौर पर एक दिन निश्चित किया गया है। जिसके चलते वर्ष के प्रत्येक 01 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस या अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के रूप में मनाया जाता है। बुजुर्ग हमारे लिए ईश्वर का अवतार होते हैं जिनके आशीर्वाद से हमारा लालन पोषण होता है। यह बातें सीएमओ सभागार की गोष्ठी में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेश अग्रवाल ने बताई।
डॉ अग्रवाल ने बताया कि वृद्धजनों के प्रति मन में सम्मान और अटूट प्रेम होना स्वाभाविक सी बात है। लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण होता है कि उस अवस्था में उनके साथ होना जब वह असहाय और अक्षम होते हैं यही उनके प्रति हमारे प्रेम और सच्ची श्रद्धा होती है भले ही समय केअभाव में यह हमेशा संभव न हो लेकिन एक दिन हम उनके प्रति जितने समर्पित हो सकते हैं, होना चाहिए क्योंकि उन्हें सिवाय प्रेम की और कुछ नहीं चाहिए।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आरबी सिंह ने बताया कि वृद्धावस्था में कई तरह की बीमारियां पैदा हो जाती हैं। भूलने की समस्या बढ़ जाती है और याद करने की शक्ति कम होती है और वह बार-बार एक ही प्रश्न अपने लोगों से करने लगते हैं। लोगों को यह लगता है कि यह प्रश्न बार-बार पूछ रहे हैं लेकिन ऐसा नहीं है। यह एक तरह की उनके साथ समस्या होती है। जिससे वह बार-बार एक ही बात को भूलने के कारण प्रश्न करते रहते हैं। इसे गलत नहीं मानना चाहिए इस तरह की जागरूकता आम व्यक्तियों में होना चाहिए। ताकि वह लोग अपने बुजुर्गों के साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार न करें सभी उनका ख्याल रखें क्योंकि ऐसी स्थिति में वह मानसिक रूप से कमजोर हो जाते और अवसाद की भी समस्या उत्पन्न हो जाती है और जब तक लोग उन्हें समझते है उनकी स्थिति और खराब हो जाती है अंत में अस्पतालों में हीभर्ती करना पड़ता है। ऐसे में यदि समय रहते बुजुर्गों का ध्यान रखना चाहिए और उनकी देख भाल अवश्य करनी चाहिए।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बीके यादव ने बताया कि जब 60 वर्ष के बाद उम्र बढ़ती है तो लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। या ऐसे कह लीजिए कि उम्र एक ऐसे पायदान पर आती है कि बच्चे के समान उनकी सेवा की आवश्यकता पड़ती है। कभी-कभी उनके याददाश्त भी सही ढंग से नहीं काम करती है, तो कभी-कभी उनकी शारीरिक स्थितियां भी खराब हो जाती हैं। ऐसे में उनको अपने एक सहयोग के रूप में किसी न किसी व्यक्ति की आवश्यकता होती है। यही सोचकर सरकार ने राष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस मनाने का निर्णय लिया है, इसी क्रम में आज यह कार्यक्रम मनाया जा रहा है।
इस दौरान दुर्गा प्रताप सिंह, डॉक्टर अश्वनी सिंह, विवेक सिंह डीपीसी सहित अन्य विभाग के कर्मचारी व अधिकारी मौजूद रहे।