मुनव्वर अब्दुल गफूर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने ऊर्जा मंत्री एके शर्मा को सौंपा ज्ञापन,

प्रदेश में दयनीय हो चुका है बुनकरों का हाल 

लंबे समय से सर्दखाने में पड़ी गरीब बुनकरों के फ्लैट रेट की जटिल समस्या को संज्ञान में लेकर आज यहां समाजसेवी मुनव्वर अब्दुल गफूर ने उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री, ऊर्जा मंत्री श्री एके शर्मा से मुलाकात की है और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा है जिसमें बुनकरों को फ्लैट रेट पर एक बार फ़िर से बिजली प्रदान किए जाने और उनके बच्चों के उज्जवल भविष्य के निर्माण के लिए शिक्षा की निशुल्क सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की गई है। 

ज्ञापन में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश के आम बुनकरों की अर्थव्यवस्था और रोज़गार विद्युत से चलने वाले पावरलूम पर ही पूर्णतः आधारित है और जबसे बिजली सब्सिडी का मामला शीतगृह में गया है, अपनी अभूतपूर्व कला से लोगों का तन ढकने वाले इस गरीब तबके का हाल बद से बदतर हो चुका है जहां वे भूखमरी के कगार पर पहुंच चुके हैं। स्थिति यह है कि फ्लैट रेट का मामला ठंडे बस्ते में चले जाने से बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भी बुनकरों के विद्युत बिल जमा तक नहीं करते जिससे संपूर्ण प्रदेश का बुनकर कर्जदार होकर गहरे दुख दर्द के सागर में विलीन हो गया है। यह भी कहा गया है कि शिक्षा को इस गरीब तबके के लिए निशुल्क उपलब्ध कराकर देशहित में बड़े बड़े काम लिए जा सकते हैं कि घोर दरिद्रता के आलम में भी बुनकरों के बेटों ने शिक्षा और तकनीक के क्षेत्र में नए नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। 

ज्ञापन में इस बात का भी ज़िक्र किया गया है कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाना प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से प्रदेशभर की जनता का विश्वास जीत लिया है जिसमें बुनकर समाज के लोग भी शामिल हैं। अतः मुख्यमंत्री महोदय बुनकरों के हालात पर थोड़ी तवज्जो दे दें तो प्रदेश का बुनकर तबका सदा उनका आभारी रहेगा।

ज्ञापन में बुनकरों की दुर्दशा को मद्देनजर रखते हुए बुनकरों के लिए पुरानी विद्युत व्यवस्था (फ्लैट रेट) को बहाल करने और उनके बच्चों के भविष्य निर्माण की खातिर निशुल्क शिक्षा व्यवस्था प्रदान करने की अपील की गई है। इस सम्बन्ध में मंत्री जी ने आश्वासन दिया है कि वे इस गम्भीर समस्या से बुनकरों को मुक्ति दिलाने के लिए जल्द ही कोई कदम उठाएंगे। 

ज्ञापन सौंपने वाले प्रतिनिधिमंडल में खासतौर से अनवार हसन, हाजी खालिद हसन, प्रेम चंद्र राय, नियाज अहमद, हाफिज जमशेद आलम, अशोक कुमार राय और आरिफ असना शामिल रहे।