राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस अभियान की हुई शुरुआत ,एक से 19 वर्ष के बच्चों को 7 अक्टूबर तक खिलाई जाएगी एल्बेण्डाजाल

मऊ -मऊ जिले में एक से 19 वर्ष तक के बच्चों को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के तहत आशा/आगंनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा घर–घर जाकर पेट के कीड़े (कृमि) मारने की दवा एल्बेण्डाजाल खिलाने के अभियान की शुरुआत हो गई। जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष जिलाधिकारी अमित सिंह बंशल की देखरेख में यह अभियान 7 अक्टूबर तक चलेगा। इस कार्यक्रम को पूरी तरह से सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग संयुक्त रूप से कार्य कर रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सतीशचन्द्र सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश के 45 जिलों के साथ अपने यहाँ भी राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान की शुरुवात हो गई है। यह अभियान 7 अक्टूबर तक चलेगा। उन्होने बताया कि कोरोना महामारी के कारण आगंनवाड़ी केंद्र और स्कूल आदि बंद चल रहे हैं। इसलिए इस बार आशा और आगंनवाड़ी कार्यकर्ताओं कुल 4554 फ्रंट लाइन वर्करों की मदद से, एक वर्ष से 19 तक बच्चों को एल्बेण्डाजाल की दवा घर-घर जाकर खिलाई जाएगी। किसी भी अभिभावक को यह टेबलेट रखने या बाद में खिलाने के लिए नहीं देनी है। यह दवा आशा/आगंनवाड़ी के सामने ही बच्चों को खिलानी है।  
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं एसीएमओ डॉ आरके झा ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोपागंज में बच्चों को पेट के कीड़े मारने की दवा खिलाते हुए बताया कि कोविड-19 के सक्रमंण के चलते सभी फ्रंट लाइन कार्यकर्ताओं को खास प्रोटोकाल का पालन करने के निर्देश दिये गए हैं। अभियान में लगे सभी स्वास्थ्य कर्मी मास्क के साथ शारीरिक दूरी का पालन करते हुये बच्चों को दवा खिलाएंगे। उन्होने बताया कि ज्यादा छोटे बच्चों को टेबलेट चूरा कर पानी के साथ खिलाया जाएगा। बड़े बच्चों को भी दवा चबा चबाकर ही खानी है।