मऊ 17 जनवरी ।जिले के शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर संपादित किया कार्य। सरकार के शिक्षक सम्मान विरोधी नीतियों के खिलाफ जताया रोष। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जनपदीय अध्यक्ष कृष्णा नन्द राय ने बताया कि विगत 5 सितंबर से शिक्षक महासंघ के बैनर तले प्रदेश के शिक्षक सरकार की शिक्षक विरोधी नीतियों का प्रतिकार करने के लिए संघर्ष करते आ रहे हैं। विकास क्षेत्र से लेकर इको पार्क लखनऊ तक विभिन्न चरणों में शिक्षकों ने अपने सम्मान के लिए सरकार को जगाने का प्रयास किया। परंतु सरकार की हठधर्मिता से विवश होकर महासंघ ने 16 जनवरी से 21 जनवरी तक अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य करने तथा 21 जनवरी को जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन दिए जाने का निर्णय लिया। जिस के क्रम में आज जनपद अध्यक्ष के निर्देश पर विद्यालयों में शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन किया। जनपदीय मन्त्री अखिलेश्वर शुक्ल ने बताया शिक्षकों की प्रमुख माँगो में पुरानी पेंशन बहाली, विद्यालयों में आधारभूत सुविधाएं यथा पेयजल, शौचालय, फर्नीचर, चहारदीवारी, चौकीदार और लिपिक की व्यवस्था किए जाने, शिक्षकों के समाप्त किए गये सवा लाख से भी अधिक पदों को बहाल किए जाने, 17140 समेत वेतन विसंगतियों को दूर किए जाने, अंतर्जनपदीय स्थानांतरण में शिक्षकों की अनुभव शून्य किए जाने, प्रेरणा ऐप जैसे तुगलकी फरमान न थोपे जाने, मृतक आश्रित को शिक्षक बनाए जाने, परिवार कल्याण भत्ता समेत समाप्त किए गए वेतन भत्तों को बहाल किए जाने समेत अन्य मुद्दों को लेकर शिक्षक संघर्ष कर रहे है।इस सम्मान की लड़ाई में सभी शिक्षक-शिक्षिकाओ का सहयोग अपेक्षित है।🙏🙏🙏
Mau- जिले के शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर संपादित किया कार्य।
मऊ 17 जनवरी ।जिले के शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर संपादित किया कार्य। सरकार के शिक्षक सम्मान विरोधी नीतियों के खिलाफ जताया रोष। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जनपदीय अध्यक्ष कृष्णा नन्द राय ने बताया कि विगत 5 सितंबर से शिक्षक महासंघ के बैनर तले प्रदेश के शिक्षक सरकार की शिक्षक विरोधी नीतियों का प्रतिकार करने के लिए संघर्ष करते आ रहे हैं। विकास क्षेत्र से लेकर इको पार्क लखनऊ तक विभिन्न चरणों में शिक्षकों ने अपने सम्मान के लिए सरकार को जगाने का प्रयास किया। परंतु सरकार की हठधर्मिता से विवश होकर महासंघ ने 16 जनवरी से 21 जनवरी तक अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य करने तथा 21 जनवरी को जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन दिए जाने का निर्णय लिया। जिस के क्रम में आज जनपद अध्यक्ष के निर्देश पर विद्यालयों में शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन किया। जनपदीय मन्त्री अखिलेश्वर शुक्ल ने बताया शिक्षकों की प्रमुख माँगो में पुरानी पेंशन बहाली, विद्यालयों में आधारभूत सुविधाएं यथा पेयजल, शौचालय, फर्नीचर, चहारदीवारी, चौकीदार और लिपिक की व्यवस्था किए जाने, शिक्षकों के समाप्त किए गये सवा लाख से भी अधिक पदों को बहाल किए जाने, 17140 समेत वेतन विसंगतियों को दूर किए जाने, अंतर्जनपदीय स्थानांतरण में शिक्षकों की अनुभव शून्य किए जाने, प्रेरणा ऐप जैसे तुगलकी फरमान न थोपे जाने, मृतक आश्रित को शिक्षक बनाए जाने, परिवार कल्याण भत्ता समेत समाप्त किए गए वेतन भत्तों को बहाल किए जाने समेत अन्य मुद्दों को लेकर शिक्षक संघर्ष कर रहे है।इस सम्मान की लड़ाई में सभी शिक्षक-शिक्षिकाओ का सहयोग अपेक्षित है।🙏🙏🙏

