जिलाधिकारी ने किया ‘पल्स पोलियो अभियान’ का शुभारम्भ 3.36 लाख सम्भावित बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिलाने का लक्ष्य


पोलियो दिवस, दो बूंद हर बार पिलाएं।
मऊ, दिनाँक 19 जनवरी,2020
जिलाधिकारी ने किया ‘पल्स पोलियो अभियान’ का शुभारम्भ
3.36 लाख सम्भावित बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिलाने का लक्ष्य
नगर के डोमनपुरा करारी पोलियो बूथ संख्या - 01 से रविवार को सघन पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी और मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सतीश चन्द्र सिंह द्वारा नगर के जन्म से पांच वर्ष तक के बच्चों को “दो बूंद जिदगी की” पिलाकर की गयी।
जिलाधिकारी ने बूथ पर आये बच्चों के अभिवावकों को बताया कि अब देश में पोलियो का उन्मूलन हो चुका है लेकिन फिर से पोलियो वायरस पनप न सके इसलिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से जन्म से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जा रही है। उन्होंने बच्चों के अभिभावकों से आह्वान किया कि अपने-अपने बच्चों को पोलियो बचाव की खुराक अवश्य पिलायें ताकि भारत में पोलियों को समूल रूप से नष्ट किया जा सके और भविष्य में इसकी पुनः उत्पत्ति को रोका जा सके यह हर व्यक्ति का नैतिक कर्तव्य है।
सीएमओ डॉ सतीश चन्द्र सिंह ने बताया यह पोलियो या पोलियोमेलाइटिस एक गंभीर और खतरनाक बीमारी है। पोलियो वायरस से होता है। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक फैलता है। इसका वायरस जिस भी बच्चे में प्रवेश करता है। उसके मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाता है जिसकी वजह से लकवा भी हो सकता है। खास बात यह है कि भारत में पोलियो का अंतिम मामला 13 जनवरी 2011 को पश्चिम बंगाल और गुजरात में रिपोर्ट हुआ था। वहीं 27 मार्च 2014 को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत को पोलियो मुक्त देश घोषित कर दिया था।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ आरके झा ने बताया जन्म से पाँच वर्ष तक के 3.36 लाख सम्भावित बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिले भर में 1,340 बूथ बनाए गए हैं। साथ ही 64 मोबाइल टीम, ट्रांजिट 45 टीमें भी बनाई गई सभी ने अपना कार्य शुरू कर दिया है। इस अभियान के साथ ही 592 टीमें भी लगाई हैं, जो 20 जनवरी से 24 जनवरी तक घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का काम करेंगी। वहीं एक अन्य बैक-अप टीम 27 जनवरी को छूटे हुये बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का कार्य करेगी। पल्स पोलियो के अभियान की शुरुआत में 6,027 एएनएम, आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता इसमें सहयोग दे रहीं हैं।
इस दौरान यूनिसेफ से सरोज राणा, वीसीसीएम कामाख्या मौर्य, डॉ एमए खान, बीएमसी रजिया एवम साबरीन, डीएमसी कोर ग्रुप समशेर अली, अमित, सुनीता सिंह, देवेंद्र, क्षेत्र की एएनएम, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थिती रही।