*बुनकरों के पासबुक पर सरकार ने रोक लगाई तो बुनकर उद्योग तबाह होजयेगा*
*सरकार ने बात नही मानी तो सड़क से जेल तक होगा आंदोलन*
गज़ीपुर, मऊ और आज़मगढ़ जनपदों के बुनकर नुमाइंदों की एक बैठक पूर्व चेयरमैन अरशद जमाल के आवास मसकन पर आज सम्पन्न हुई।
बैठक में उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा बुनकरों के फ्लैट रेट के पासबुक की ब्यवस्था समाप्त करने की कार्यवाही पर नाराजगी व्यक्त की गई।
बैठक में निर्णय लिया गया के बुनकर बहुल्लय छेत्रों में मीटिंग और जलसों का आयोजन करके बुनकरों में जागरूकता पैदा की जाए। ये भी तय हुआ कि अगर सरकार ने अपना फैसला वापस नही लिया तो बुनकर मजबूर होकर सड़क पर उतरेगा और आंदोलन करेगा। मीटिंग में ये भी निर्णय हुआ कि बैठकों और जलसों में सभी दल के लोगो और धर्मगुरुओं का भी सहयोग लिया जाए।
बैठक में सरकार से मांग की गई के सरकार बुनकर प्रतिधियों से वार्ता करके सरकार पर पड़ने वाले आर्थिक बोझ को कम करने के लिये विचार विमर्श करे।
बुनकरों का मानना है कि पासबुक ब्यवस्था समाप्त होने से बुनकरी का ये लघु उद्योग हमेशा के लिये लुप्त होजयेगा और प्रदेश के लाखों बुनकर बेरोजगार होकर सड़को पर अजाएगे।
बैठक के आयोजक पूर्व चेयरमैन अरशद जमाल ने बताया कि आगामी 10 दिसम्बर को लखनऊ में होने वाली प्रदेश स्तर की बुनकरों की बैठक में सभी संगठनों को मिलाकर एक मोर्चा बनाया जाएगा।
आंदोलन की रणनीति उसी मोर्चे के माध्यम से बनाई जाएगी।
बैठक में मुख्य रूप से अरशद जमाल पूर्व चेयरमैन, क़य्यूम चेयरमैन घोसी, रियाज़ अहमद चेयरमैन बहादुर गंज, नेहाल हाशिम बुनकर मज़दूर यूनीयन मोबारकपुर, राशीद अहमद, अब्दुस्सलाम सभसद, इस्माईल मेम्बर, इक़बाल अहमद, अल्ताफ़ प्रधान खैराबाद, राशिद कमाल पूरा मारूफ, फजलुर्रहमान, वाहिदुज़्ज़मा, शाहिद जमाल, खालिद कमाल अंसारी, अफ़ज़ल कोपा गंज, शफ़ीक़ अहमद, नज़रे आलम जहानागंज, ऐनुलमोज़फ्फर मोहम्मदा बाद, हाजी जमाल भीरा, महममूदुल हसन, मोहम्मदा बाद, इफ्तेखार अहमद खैराबाद, मास्टर शमीम मेम्बर
क़री जमील मेम्बर इत्त्यादि लोग उपस्थित रहे।