उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के जिला कारागार में बंद कैदियों के जीवन मे उजाला भरने के लिए बापू जयंती पर बापू के संदेशों ,आदर्शो पर चलने की प्रेरणा लेने का शपथ कैदियों ने लिया है । इस अवसर पर जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी और पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्या व जेल अधीक्षक अविनाश ने कैदियों को मोटीवेट करने का काम किया है । गाँधी जयंती के अवसर पर जिला कारागार में बंद सजायाफ्ता कैदी और विचाराधीन कैदियों के जीवन स्तर में सुधार के लिये यूनियन ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा जिला कारागार में बंद कुल 30 कैदियों को स्वरोजगार का प्रशिक्षण दिया गया है ।
गाँधी जयंती के अवसर पर जनपद कारागार में बंद कैदियों को प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार देने वाला प्रदेश का पहला कारागार बनाने का संकल्प लिया है । इस काम के लिए यूनियन बैंक भी लोन के लिए स्पोर्ट करने का काम किया है । इसके तहत कैदियो को अगरबत्ती बनाना, मोमबत्ती बनना, पत्तल बनाना ,कपड़ा बनाने का प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार से जोड़ने का काम करने का संकल्प लिया है । जो बापू जयंती के अवसर पर उन्हें सच्चे मायनो में श्रद्धांजलि देने का काम किया है ।
जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि जिला कारागार मे ंबन्द कैदियो के जीवन स्तर को सुधारने के लिए प्रयास किया गया है । जिसका फायदा आज गाँधी जयन्ती के अवसर पर देखने को मिला है । जिनको प्रेरणा देने का काम किया गया है ।कि जेल से वह जब भी बाहर निकल कर जाये तो एक अच्छा जीवन जीने की कला उनके अन्दर रहे । साथ ही अच्छे जीवन को जीने के लिए स्वरोजगार का भी प्रशिक्षण दिया है जिससे कैदी जेल से बाहर निकलने के बाद वह स्वरोजगार का कर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण कर सकता है । साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि यह पूर्वाचल की एक मात्र जेल है जहाँ स्वरोजगार के प्रशिक्षण कैदियो को दिया गया है । हम चाहते है कि यह जेल जेल नही बल्कि सुधार गृह के साथ प्रदेश में जेल से अधिक औघोगिक ईकाई के रुप में जाना जाए । जिसकी शुरुवात गाँधी जयन्ती के अवसर से आज हमने कर दिया है ।
पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्या ने बताया कि जेल मे ंबन्द कैदियो को स्वरोजगार का प्रशिक्षण देकर उन्हे । प्रेरित करने का काम किया गया है । पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जेल जेल ही नही होता है बल्कि यह कैदिय