एक तरफ जहां चुनाव आयोग से लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी जी जान से 10 दिन ही बचे लोक सभा चुनाव को जिम्मेदारी के साथ शकुशल सम्पन करने में लगा है । मऊ जनपद के जिला मुख्यालय के कर्मचारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी रात रात भर जाग कर और सुबह 7 बजे से ही कर्मचारियों के संग चुनाव के एक एक कार्य को पूरा करने में लगे हैं वही जनपद मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूरी पर स्थित रतनपुरा ब्लाक के कर्मचारी और अधिकारी जैसे चुनाव नहीं मौज मस्ती करने आरहे हो ।
अब जरा रतनपुरा ब्लाक का नज़ारा तो देखिए जहां हर ओर गंदगी का अंबार लगा है , गंदगी को देख के लगता नही की सालों से कभी इस ब्लाक में झाड़ू भी लगा हो । यही नही ब्लाक परिसर में बियर और शराब की बोतल खुलेआम देखेने को मिलती हैं । आश्चर्य तो तब हुवा जब रतनपुरा ब्लाक के सामने से जा रहा राहगीर ब्लाक परिसर में ही शौचालय करने आगया । वही ब्लाक के अंदर बना शौचालय का ताला भी वर्षो से बंद पड़ा मिला । हद तो तब हो गयी जब रतनपुरा ब्लाक में मीडिया कर्मी पहुचे तो देखा ब्लाक के फ्रंट पर आदर्श आचार संहिता को मुह चिढ़ाता हुवा एक निजी चिकित्सालय का बैनर ब्लाक परिसर में ही देखने को मिला । जब इस निजी चिकित्सक का बैनर लगा मिला । जब मीडिया कर्मियों ने इस बाबत एडीओ आईएसबी जय प्रताप सिंह से पूछा तो उनकी अपनी भूली हुई जिम्मेदारी याद आयी और तुरंत ही अपने कर्मचारियों को लगा कर उस निजी चिकित्सालय का बैनर उतरवाया । ये थे हमारे ब्लाक के वह जिम्मेदार कर्मचारी जिसकी बदौलत जिला निर्वाचन अधिकारी चुनाव सकुशल संम्पन करने का जागते दिवास्वप्न देख रहे हैं ।