खामोश कातिल है हेपेटाइटिस रोगः डॉ एकिका सिंह,विश्व हेपेटाइटिस डे पर एसएनएच में 65 की जांच, 22 का टीकाकरण

मऊः हेपेटाइटिस रोग सीधे-सीधे लीवर पर आक्रमण करता है। इस रोग से बचाव के लिए प्रसव पूर्व सभी महिलाओं की जांच अवश्य की जाती है। इस रोग से मां के संक्रमित होने पर बच्चे में अस्सी प्रतिशत संभावना बढ़ जाती है। यह खामोश कातिल जैसा रोग है। इसे लेकर न डरें, न घबरायें। नियमित उपचार व टीकाकरण से यह ठीक हो सकता है। स्त्री एवं प्रसूति रोग व बांझपन रोग विशेषज्ञ डॉ एकिका सिंह ने यह विचार सोमवार को शारदा नारायण हास्पिटल सभागार में आयोजित निःशुल्क जांच एवं टीकाकरण कार्यक्रम में व्यक्त किया। 
संस्थान निदेशक, प्रसिद्व चिकित्सक डॉ संजय सिंह ने बताया कि हेपेटाइटिस के कारण लीवर सिरोसिस अथवा कैंसर होने का खतरा बना रहता है। आंखों में पीलापन होना, भूख न लगना, थकान होना, पेट में दर्द और पेशाब का पीला होना इसका सामान्य लक्षण है। योगाभ्यास, स्वच्छता, तनावमुक्त जीवनशैली, नियमित जांच एवं टीकाकरण के साथ जागरुकता द्वारा इसे नियंत्रित किया जा सकता है। मेडिकल डायरेक्टर डॉ सुजीत सिंह ने बताया कि भारत में लगभग पचास मिलियन लोग इससे प्रभावित हैं। बहुत से लोगों को इस रोग होने के बाद भी जांच न होने से उन्हें पता भी नहीं चलता है। इससे मृत्यु का खतरा भी बना रहता है। हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ राहुल कुमार एवं कार्डियोलाजिस्ट डॉ दीपक कुमार ने इस पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम में 65 लोगों की जांच एवं 22 लोगों का निःशुल्क टीकाकरण किया गया।