संयुक्त संघर्ष समिति उ0प्र0 एवं नेशनल कोआर्डिनेशन कमेटी आफ इलेक्ट्रिक सी0टी0 इम्प्लायी एवं इंजीनियर निर्णय के अनुसार उ0प्र0 में बिजली क्षेत्र के निजीकरण हेतु सलाहकार नियुक्ति हेतु होने वाली प्री विडिंग कान्फ्रेन्स की विरोध में देश एवं प्रदेश के सभी जनपदों के साथ साथ जनपद मुख्यालय सहादतपुरा हाइडिल कालोनी परिसर स्थित अधीक्षण अभियन्ता, विद्युत वितरण मण्डल, मऊ के मुख्य द्वार पर संयुक्त संघर्ष समिति विद्युत कर्मचारी जनपद मऊ के बैनर तले शान्तिपूर्ण तरीके से विरोध सभा/विरोध प्रदर्शन ईजीनियर पतिराम की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। जिसमें जनपद मऊ के ऊर्जा क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारी अभियन्ताओं ने भाग लिया।
सभा को सम्बोधित करते हुए समस्त वक्ताओं द्वारा एक स्वर से पुनः पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल बिजली निगम के नीजीकरण के निर्णय को वापस लेने की माॅग को दोहराते हुए कहा कि नीजीकरण किसी भी तरह से कर्मचारियों के हित में नही है नीजीकरण का प्रतिगामी निर्णय वापस होनें तक संघर्ष समिति अपने संघर्ष को लोकतांत्रिक ढ़ंग से जारी रखेगें। आगे वक्ताओं ने पुनः कहा कि नीजीकरण हेतु कन्सल्टेन्ट नियुक्त करने से पहले सरकार/प्रबन्धन को अन्य प्रान्तों में और उत्तर प्रदेश में आगरा एवं ग्रेटर नोएडा में हुए नीजीकरण के विफलता पर संघर्ष समिति के केन्द्रीय नेतृत्व से वार्ता करनी चाहिए। संघर्ष समिति के वक्ताओं ने आगे कहा कि मा0 उच्च न्यायालय के 05 दिसम्बर 2024 के निर्णय के बावजूद पावर कारपोरेशन प्रबन्धन और सरकार नें अभी तक विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के साथ निजीकरण जैसे बिजली कर्मियों को प्रभावित करनें वाले अत्याधिक गम्भीर मामले पर एक बार भी बातचीत करना मुनासिब नही समझा तथा मा0 उच्च न्यायालय के निणर््ाय का भी प्रबन्धन सम्मान नही कर रहा है। जिसे बिजली कर्मचारियों में आक्रोश दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। उन्होनें कहा कि बिजली कर्मचारी शान्तिपूर्वक लोक तांत्रिक ढ़ंग से नीजीकरण का विरोध कर रहे हैं। और यह विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार निजीकरण का फैसला वापस नही लेती।
सभा को मुख्य रूप से सूर्यदेवपाण्डेय,पतिराम, सुशील दूबे, ओमप्रकाश, महेन्द्र, राजनाथ यादव, सत्यम, अरूण, आलोक, बृजेश, माधुरी, विद्या, सूर्यप्रताप, गुलाब, अरविन्द, दिनेश, बाबूराम राय, अवनीश आदि ने सम्बोधित किया।