जनता के दुःख की परवाह नहीं,अपने ही वादों से मुकर रहा है रेल प्रशासन


वाराणसी मंडल के अंतर्गत इंदारा- फेफना जंक्शन रेलवे स्टेशन पर रतनपुरा रेलवे स्टेशन स्थित है,इस रेलवे स्टेशन से उत्तर एवं पूर्व जनपद बलिया एवं  दक्षिणी छोर पर स्थित जनपद गाजीपुर के लगभग दर्जनों गांव के लोग यात्रा करने के लिए आते जाते हैं। रतनपुरा ब्लाक मुख्यालय के साथ साथ यहां उच्चीकृत राजकीय चिकित्सालय तथा लगभग आधा दर्जन बैंक, और दर्जनों इंटर कॉलेज तथा डिग्री कॉलेज संचालित होते हैं। आजादी के पूर्व से रतनपुरा रेलवे स्टेशन के पूर्वी छोर पर रेल संपार संख्या 23 तथा पश्चिमी छोर पर रेल संपार संख्या 24 का निर्माण किया गया था।
रेलवे विभाग द्वारा रेल सेवा को सुखद तथा सरल बनाने की दृष्टि से रेलवे प्लेटफॉर्मों का उच्चीकरण एवं विस्तारीकरण आदि कार्य कराए जा रहे हैं। रेलवे विभाग ने विस्तारीकरण के नाम पर रेल संपार संख्या 23 को बंद कर दिया जिस कारण लगभग इस क्षेत्र के लगभग दो दर्जन गांव और जनपद बलिया के लगभग एक दर्जन से अधिक गांवों के लोगों को आवागमन में असुविधा होती है। इस क्षेत्र के लोगों ने अपनी असुविधा को लेकर रेलवे विभाग के उच्चाधिकारियों से मिलकर मनुहार किया, धरना प्रदर्शन हुए, जिसका परिणाम यह हुआ कि जिलाधिकारी जनपद मऊ ने भी अपने पत्र के माध्यम से रेलवे के अधिकारियों से जनता को हो रही असुविधा पर ध्यान केंद्रित कराया। जिसका परिणाम यह हुआ कि रेलवे विभाग ने अपने विभागीय अधिकारियों के माध्यम यहां के लोगों की असुविधा समाप्त करने के लिए दल गठित कर राय मांगी।उन अधिकारियों ने यहां एक अंडरपास स्वीकृत किए जाने का प्रस्ताव रखा जिसका प्राक्कलन तैयार कर मंडल कार्यालय और वहां से महाप्रबंधक पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर को भेजा गया। उस प्राक्कलन को स्वीकृति प्राप्त हुई, तथा उस अंडरपास के निर्माण हेतु धन आबंटित करते हुए रेलवे विभाग की गति शक्ति नाम निर्माण इकाई को निर्माण कराने की जिम्मेदारी सौंपी।
गति शक्ति नामक संस्था ने दिनांक 23-8-2023 को एक पत्र  जिलाधिकारी जनपद मऊ को प्रेषित कर अंडरपास के निर्माण में असमर्थता जताने हुए,यह कहा है कि वहां से 700 मीटर पर संपार संख्या 24 है। वहां से लोगों का आवागमन सुनिश्चित होना चाहिए।
रेल संपार संख्या 24 जो लखनऊ बलिया राजमार्ग पर ही स्थित है, तथा वहां से ही जनपद बलिया के उत्तर पश्चिमी छोर के लोगों को आने जाने के लिए रतनपुरा - भीमपुरा होते बेल्थरा रोड देवरिया तथा बिहार के सीवान आदि के यात्री अपने दो पहिया या चार पहिया वाहन से यात्रा करते हैं।उस संपार से आवागमन में लोगों को असुविधा होती है, रोज़ रोज़ लम्बे जाम लगते हैं, किसी किसी दिन तो यह जाम कई किलोमीटर तक का होता है। 
यदि रेल संपार संख्या 23 के बदले बनने वाले अंडरपास का निर्माण किया गया होता तो यह जाम कुछ कम होता।
अब प्रश्न यह उठता है कि यदि गति शक्ति नामक निर्माण इकाई  कार्य कराए जाने से मुकर रही है तो फिर रेल विभाग ने अपने इंजिनियरों के माध्यम से नक्शा तथा प्राक्कलन क्यों और कैसे तैयार किया,धन आवंटन के बाद मुकरना यहां के नागरिकों के साथ विश्वासघात माना जा रहा है।
संज्ञान में आया है कि इंदारा रेलवे स्टेशन के पास स्थित रेलवे क्रासिंग पर रेल विभाग ओवरब्रिज निर्माण कराने जा रहा है जबकि रतनपुरा को जाम की झाम से बचाने का प्रयत्न नहीं किया जा रहा है। जिसकारण यहां के नागरिकों में क्षोभ एवं गुस्सा होना स्वाभाविक है। रेल प्रशासन एवं रेल मंत्रालय को इस क्षेत्र के नागरिकों की समस्याओं पर गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए, रेलवे संपार संख्या 23 के बदले स्वीकृति अंडरपास का निर्माण कराना चाहिए,साथ ही रेलवे क्रासिंग संख्या 24 पर लगातार हो रहे जाम की समस्या से निजात दिलाना चाहिए।
 साभार --निसार अहमद