जिला क्वालिटी एश्योरेंस कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद के सभी आयुष्मान आरोग्य मन्दिर पर कायाकल्प / एनक्यूएएस अवार्ड के लिए आपदा प्रबन्धन (डिजास्टर मैनेजमेंट) विषयक पर प्रशिक्षण / कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा नन्दकुमार ने दी।
सीएमओ डा नन्दकुमार ने बताया कि इस कार्यशाला में मुख्य रूप से आग लगने पर बचाव के उपाय तथा अग्निशमन को 101 नं के टोलफ्री नं सूचीत करने की जानकारी दी गयी। साथ ही भूकम्प आने पर क्या करें कैसे करें, क्या न करें के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी, तथा प्राथमिक उपचार के बारे में तथा चिकित्सकीय उपचार हेतु 108 नं के टोलफ्री नं. को सूचित करने का प्रशिक्षण दिया गया।
अगल-बगल में मौजूद (लोकल) साधनों से स्ट्रेचर का कैसे बनाया जा सकता है तथा उसका उपयोग कर डेमों करके दिखाया गया। आकस्मिक परिस्थियों में सर्पदंश के बचाव तथा उपचार के उपाय भी बताये गये।
इस प्रशिक्षण में मु शरीफ, डिस्ट्रिक मास्टर ट्रेनर आपदा प्रबन्धन द्वारा प्रतिभागीयों को प्राकृतिक आपदा तथा मानवीय आपदा के विषय में विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी।
इसका संचालन सुनील कुमार सिंह, एआरओ एवं सौरभ साहनी, प्रशासनिक कम कार्यक्रम सहायक, क्वालिटी एस्योरेंस कार्यक्रम के द्वारा किया गया।
कार्यशाला में आयुष्मान आरोग्य मंदिर बरलाई परदहां मऊ पर डा इन्दुरानी अग्रवाल, डा श्रृष्टि सिंह, गुड़िया सिंह, बीपीएम, बगिसा, बीसीपीएम, सुप्रिया सीएचओ, रहतुल्लाह अंसारी फार्मासिस्ट, आशा एवं आगनबाड़ी कार्यकत्री मौजूद रहे।