आज जिलाधिकारी श्री अरुण कुमार ने एफडीआर तकनीक से बनने वाली मऊ से इटौरा तक की सड़क का निरीक्षण किया।अभी तक इस सड़क पर मिट्टी का कार्य 70% ही पूर्ण हुआ है, जबकि इस कार्य को प्रारंभ करने की तिथि 6 अक्टूबर 2022 एवं कार्य समापन की तिथि 5 अक्टूबर 2023 है। परंतु अभी तक कार्यदाई संस्था द्वारा सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ ना होने पर जिलाधिकारी ने कार्यदाई संस्था के अधिकारी को कड़ी फटकार लगाते हुए मेसर्स प्रकाश कंस्ट्रक्शन निजामुद्दीन पुरा, मऊ के ठेकेदार को कल से सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ न करने पर जेल भेजने की चेतावनी भी दी। इस परियोजना की कुल लागत ₹13 करोड़ 75 लाख हैं, जिसमें 5 वर्ष का अनुरक्षण भी शामिल है। इस सड़क की कुल लंबाई 12 किलोमीटर है।उक्त मार्ग का यूपीआरआरडीए के दिए गए निर्देशों के क्रम में सैंपल कलेक्शन कराते हुए जेएमएफ डिजाइन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। मार्ग पर 100 मीटर के ट्रायल पैच का कार्य 25 मई को प्रारंभ होना था, परंतु अभी तक उस पर कार्य प्रारंभ नहीं हो पाया, जिसके दृष्टिगत जिलाधिकारी ने संबंधित ठेकेदार को कड़ी चेतावनी देते हुए कल से कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए।इस दौरान पुलिस अधीक्षक श्री अविनाश पांडे,कार्यदाई संस्था के ए ई, लोक निर्माण विभाग के ए ई,संबंधित कंस्ट्रक्शन कंपनी के ठेकेदार मौके पर मौजूद रहे।
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मऊ से इटौरा तक एफडीआर तकनीक से निर्मित होने वाली सड़क का डीएम ने किया निरीक्षण, कार्य प्रारंभ न करने पर ठेकेदार को जेल भेजने की दी चेतावनी