बाबा साहेब डॉ. आम्बेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर घोषित हो अवकाश


-कलेक्ट्रेट-मऊ परिसर में उत्तर प्रदेशीय अनुसूचित जाति /अनु.जनजाति, बेसिक शिक्षक महासंघ, सम्यक समाज सेवा संस्थान, सोशल जस्टिस ऐडवोकेट फोरम, महाबोधि समाज सेवा समिति एंव अन्य अधिकारी, कर्मचारी, अधिवक्ता एवं शिक्षकों द्वारा संयुक्त रूप से डॉ. रामविलास भारती की अध्यक्षता एवं नेतृत्व तथा सेवानिवृत्त पी.ई.एस. अधिकारी शिवचन्द राम के संयोजन में माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को संबोधित द्वारा जिलाधिकारी मऊ प्रतिनिधि मुख्य राजस्व अधिकारी अभय नाथ पाण्डेय को भारत का संविधान निर्माता, भारतरत्न बाबा साहेब डॉ० भीमराव रामजी आम्बेडकर के परिनिर्वाण दिवस, 06 दिसम्बर 2022 को सार्वजिनक अवकाश घोषित करने के सम्बन्ध में ज्ञापन दिया गया। डॉ.रामविलास भारती ने कहा कि भारत का संविधान निर्माता, भारतरत्न बाबा साहेब डॉ० भीम राव रामजी आम्बेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर इनके जीवन संघर्षो पर आधारित देश व प्रदेश में जगह-जगह संगोष्ठियां एंव विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसमें अनुसूचित जाति / अनु०जनजाति, अन्य पिछडा वर्ग एवं बाबा साहेब डॉ० आम्बेडकर के विचारों के समर्थक अन्य अधिकारी, कर्मचारी, अधिवक्ता और शिक्षक व्यापक रूप में प्रतिभाग किया जाता है। बाबा साहेब डॉ० आम्बेडकर करोड़ो लोगो के अस्था के प्रतीक है इनके परिनिर्वाण दिवस 06 दिसम्बर पर सार्वजनिक अवकाश न होने के कारण हम सभी अनुवायियों को सम्बन्धित कार्यक्रमों में सम्मिलित हाने में कठिनाईयों का सामना करना पडता है तथा कभी कभी इसमे प्रतिभाग करने से भी वचिंत हो जाते है। ऐसी दशा में इस अवसर पर सार्वजिनक अवकाश घोषित किया जाना नितान्त आवश्यक है। हम सभी मांग करते हैं कि बाबा साहेब डॉ० भीमराव रामजी आम्बेडर के परिनिर्वाण दिवस पर सर्वाजनिक अवकाश घोषित किया जाय। सार्वजिनक अवकाश न होने की दशा में हम सभी सार्वजिनक अवकाश पर रहने हेतु विवश होगें। शिवचन्द राम ने कहा कि बाबासाहेब डॉ. आंबेडकर के विचारों को जन जन तक पहुंचाने के लिए सार्वजनिक अवकाश जरूरी है।
    वरिष्ठ समाजसेवी व शिक्षक ओम प्रकाश चंद्रा ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. आम्बेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर पूर्व में अवकाश होता रहा है। वर्तमान में भी अवकाश होना उनके प्रति असली आदरांजलि होगा।