विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति जनपद शाखा मऊ
के विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के केन्द्रीय आह्वान पर पूरे प्रदेश के साथ साथ जनपद मऊ मुख्यालय पर स्थित सहादतपुरा हाईडिल कालोनी के प्रांगण में स्थित शिवमंन्दिर परिसर में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक सूर्यदेव पांडेय की अध्यक्षता में कार्य बहिष्कार का आज पंचम दिवस रहा, जिसमे जनपद के ऊर्जा क्षेत्र के कर्मचारी जू0ई0, अभियन्ता, संविदा कर्मियों नें भारी संख्या में भाग लिए। सभा में मुख्य रूप से शीर्ष ऊर्जा निगम प्रबन्धन के स्वेच्छाचारी, तानाशाही पूर्ण रवैये के कारण कर्मचारियों, अभियन्ताओं की न्यायोचित समस्याओं का समाधान एक लम्बी अवधि से नहीं हो पाने आदि मुद्दों पर व्यापक विचार विमर्श हुआ।
सभा को सम्बोधित करते हुए संघर्ष समिति के जनपद संयोजक सूर्यदेव पाण्डेय नें कहा कि शीर्ष ऊर्जा निगम प्रबन्धन द्वारा स्वेच्छाचारी तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाये जाने के कारण प्रदेश ऊर्जा क्षेत्र के कर्मचारियों/ अभियन्ताओं की न्यायोचित समस्याओं का समाधान सम्भव नही हो पा रहा है। जिसके कारण संघर्ष समिति के केन्द्रीय नेतृत्व को अपने 15 सुत्रीय समस्याओं के समाधान की मॉग को लेकर आन्दोलन एवं कार्य बहिष्कार के लिए के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। कर्मचारियों अभियन्ताओं की जायज मॉगों जैसें पुरानी पेंशन बहाल करना, 4 वर्ष के बोनस का भुगतान, 9,14,19 वर्ष पर तीन समयबद्ध वेतनमान कर्मचारियों अभियन्ताओं को पूर्व से मिल रही सस्ती बिजली की सुविधाओं सहित संविदा कर्मियों को अन्य प्रान्तों की भॉति नियमित सेवा में समायोजित किये जानें आदि मॉगो के प्रति, उ0प्र0 पावर कारपोरेशन प्रबन्धन द्वारा उपेक्षात्मक रवैया अपनाये जाने के कारण हम लोगों को आन्दोलन के लिए बाध्य होना पड़ा है। शीर्ष ऊर्जा निगम प्रबन्धन द्वारा हमारी जायज 15 सुत्रीय समस्याओं का समाधान दिनांक 28.11.2022 तक द्विपक्षीय वार्ता के माध्यम से सम्पन्न नही कराये जाने के कारण समस्त अभियन्ताओं एवं कर्मचारियों को सम्पूर्ण कार्य बहिष्कार करना पड़ रहा है। जिससे होने वाली सम्पूर्ण औद्योगिक अशान्ति, निगमीय कार्य व्यवधान तथा अन्य जनअसुविधा की जिम्मेदारी उ0प्र0 पावर कारपोरेशन प्रबन्धन की होगी । मा0 ऊर्जा मंत्री उ0प्र0 सरकार से निवेदन है कि प्रभावी हस्तक्षेप करके संयुक्त संघर्ष समिति के केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा उठाये गये 15 सूत्रीय मॉगों पर शीर्ष ऊर्जा प्रबन्धन से सहमति कराते हुए कार्यबहिष्कार का समापन करावें। ताकि औद्योगिक अशान्ति निगमीय कार्य व्यवधान तथा अन्य जनसुविधा से सम्बन्धित कार्यों को सुचारू पूर्वक चलाया जा सके।