जिलाधिकारी ने पुलिस अधीक्षक के साथ जिला कारागार का किया आकस्मिक निरीक्षण


बंदियों को कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण दिलाने के दिए निर्देश

आज जिलाधिकारी अरुण कुमार ने पुलिस अधीक्षक सुशील घुले के साथ जिला कारागार का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान रसोई घर में मेन्यू के हिसाब से बने भोजन का निरीक्षण किया। उन्होंने पके-पकाये दाल, चावल एवं सब्जी की गुणवत्ता की जांच की। स्टोर रूम में रखे दाल, चावल एवं आटे की गुणवत्ता को भी देखा। स्टोर रूम में रखे दाल के बोरी के ब्रांड के जांच के भी निर्देश दिए। उन्होंने रसोई घर में विशेष साफ-सफाई एवं बन्दियों को मेन्यू के हिसाब से गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने जिला कारागार स्थित महिला बैरक का भी निरीक्षण किया,जहां पर कुल 22 महिला बंदी हैं। मौके पर कुल 18 महिला बंदी थी एवं चार इलाज हेतु जिला कारागार से बाहर थी। इनके नाम आदि बारे में भी जिलाधिकारी ने पूरी जानकारी ली। उन्होंने महिला बंदियों से जेल में मिलने वाली सुविधाओं एवं समस्याओं के बारे में भी पूछा। जिलाधिकारी ने जिला कारागार अधीक्षक को निर्देश दिए कि कौशल विकास योजना के तहत इच्छुक पुरुष एवं महिला बंदियों को उनके रूचि के हिसाब से प्रशिक्षण दिलाएं, जिससे उनकी योग्यता का उपयोग हो सके। यह कार्य 1 जून से अवश्य प्रारंभ कर दें। जिलाधिकारी ने जिला कारागार अधीक्षक को यह भी निर्देश दिए कि शासन की मंशा के अनुरूप जेल में बंदियों को मिलने वाली सारी सुविधाएं अवश्य उपलब्ध कराएं। निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक भी मौजूद थे।