राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार तथा माननीय जनपद न्यायाधीश, मऊ श्री रामेश्वर महोदय के मार्गदर्शन में जिला कारागार मऊ का आकस्मिक निरीक्षण/विधिक साक्षरता शिविर, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण,मऊ के सचिव कुॅवर मित्रेश सिंह कुशवाहा द्वारा वरिष्ठ परामर्शदाता, जिला चिकित्सालय मऊ, डा0 अमित रंजन के साथ किया गया।
आकस्मिक निरीक्षण के दौरान महिला बैरक का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान महिला बैंरक में कुल 22 महिला बन्दी निरुद्ध पायी गयी,। जिला कारागार में निरुद्ध 01 महिला बंदी के साथ 06 वर्ष से कम आयु के 01 बच्चा (लड़का) हैं। पूछ ताछ में महिला बन्दीगण द्वारा बताया गया कि कारागार प्रशासन द्वारा उनके एवं साथ के बच्चे हेतु चिकित्सा सुविधा एवं उचित देखभाल की जा रही है, बच्चों हेतु दूध पुष्ठाहार समय पर उचित मात्रा में उपलब्ध कराया जाता है। सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने महिला बंदियों से उनके मुकदमे की पैरवी के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की तरफ से निःशुल्क अधिवक्ता प्रदान किये जाने के बारे में बताया। प्रभारी अधीक्षक जिला कारागार को बच्चे हेतु अलग एवं स्वच्छ बर्तन उपलब्ध किये जाने हेतु निर्देश दिया गया। वरिष्ठ परामर्शदाता डा0 अमित कुमार रंजन ने महिलाओं स्वास्थ्य सम्बन्धी परीक्षण एवं आवश्यक दवाएं तथा सेनेटरी हाइजीन पैकेट का वितरण किया। निरीक्षण के दौरान पाकशाला में साफ सफाई पायी गयी,। कारागार में कुल 567 बन्दी मिले, जिसमें 30 किशोर बन्दी है। बन्दीगण को प्रातः नाश्ते में-चाय,गुड़,दलिया, दिया गया है, एवं भोजन में चावल,साबूत मसूर की दाल,आलू लौकी की सब्जी साप्ताहिक मीनू सारणी के अनुसार दिये जाने की व्यवस्था की जा रही थी। प्रभारी अधीक्षक जिला कारागार को निर्देशित किया गया कि पाकशाला में कार्यरत लोगों की स्वच्छता एवं चिकित्सीय देखरेख पर विशेष ध्यान दिया जाय। निरीक्षण के समय कारागार स्थित चिकित्सालय का निरीक्षण किया गया। चिकित्सालय निरीक्षण के दौरान अस्पताल बैरक में कुल 11 बीमार बन्दियों का इलाज चल रहा है। डा0 अमित रंजन, वरिष्ठ परामर्शदाता, जिला चिकित्सालय मऊ ने कैदियों के स्वास्थ्य एवं कोविड संक्रमण की सम्भावना को देखते हुए लोगों को स्वस्थ रहने के लिए नियमित योग तथा व्यायाम करने की सलाह दी। पूछताछ के दौरान प्रभारी अधीक्षक द्वारा बताया गया कि निरुद्ध सभी कैदियों का शत प्रतिशत कोरोना वैक्सीनेशन हो चुका है तथा पात्र बन्दियों को बूस्टर डोज लग चुका है। इस दौरान सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने बन्दियों को उनके अधिकार एवं संरक्षण एवं प्ली बार्गेनिंग के सम्बंध में विधिक जानकारी प्रदान की,। अधीक्षक जिला कारागार दिनांकः 30.05.2022 को आयोजित जेल ई-लोक अदालत में इच्छुक बन्दियों के मामलों के निस्तारण हेतु प्रार्थना पत्र उपलब्ध कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया। निरीक्षण के दौरान श्री नागेश सिंह जेलर/प्रभारी अधीक्षक, श्री अवनीश सिंह,श्री अमर कुमार उप जेलर साथ में उपस्थित रहे।
साथ ही बृद्धाश्रम मोहम्मदाबाद गोहना में आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय वृद्धाश्रम परिसर एवं समस्त कक्षों में उचित साफ सफाई पायी गयी, वृद्धाश्रम में कुल 82 वृद्धजन है, जिसमें 27 वृद्ध महिलाएं है। वृद्धजन ने पूछ ताछ के दौरान बताया कि आज नाश्ते में पोहा, चाय, एवं दोपहर भोजन में -चावल, दाल रोटी, लौकी की सब्जी, दी गयी है। सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा उपस्थित जनों को माता पिता एवं वरिष्ठ नागरिक भरण-पोषण अधिनियम 2007 के मुख्य प्रावधानों के तहत भरण पोषण, सम्पत्ति के उत्तराधिकार, चिकित्सा सुविधा अधिकारों के बारे में जानकारी प्रदान की गयी तथा उनकी समस्या के विधिक एवं त्वरित निस्तारण हेतु आश्वासन दिया। कोविड-19 के बाबत सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने वृद्धजनों की नियमित थर्मल स्क्रीनिंग एवं प्रारंभिक चिकित्सा के बावत प्रबंधक वृद्धाश्रम को आवश्यक सुझाव प्रदान किया। शारदा नारायण अस्पताल से डा0 संजय सिंह,एवं उनके सहयोगियों द्वारा वृद्धजनों का स्वास्थ्य परीक्षण कर जरुरी दवाओं का वितरण किया गया। आकस्मिक निरीक्षण के समय श्री लक्षीराम प्रसाद, प्रबंधक, श्री बेचू यादव, केयरटेकर तथा प्रियंका, स्टाफ नर्स एवं अन्य स्टाफ आदि उपस्थित रहे।
बाल शिशु गृह मोहम्मदाबाद गोहना के आकस्मिक निरीक्षण के समय बाल शिशु गृह की उचित साफ सफाई पायी गयी। निरीक्षण में पूछ ताछ के दौरान अधीक्षिका रेनू चौहान द्वारा बताया गया कि शिशुओं को समय अनुसार दूध एवं पुष्टाहार दिया जाता रहा है तथा सायमा खातून, आया द्वारा शिशुओं की देखरेख सावधानी पूर्वक की जाती है। आकस्मिक निरीक्षण के समय बाल शिशु गृह में 23 शिशु पाये गये, जिसमें से 11 बच्चे नवजात हैं,। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा शिशु गृह हेतु फल वितरित किया एवं अधीक्षिका को निर्देश दिया कि शिशुओं की देखरेख, उनके खान पान तथा स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाय, यदि किसी शिशु स्वास्थ्य सम्बन्धी कोई समस्या आती है तो तत्काल सभी सम्बंधित उच्चिधकारीगण को सूचित कर बाल रोग विशेषज्ञ को बुलाया जाय। डा0 श्री संजय सिंह ने बच्चों को गर्मी से बचाव हेतु मधु, एवं ओ0आर0एस दिये जाने के सम्बन्ध में आवश्यक चिकित्सीय सुझाव प्रदान किये। निरीक्षण के दौरान श्रीमती रेनू चौहान अधीक्षिका, श्री शेखर तिवारी, बाल कल्याण अधिकारी, श्री मनीष राजभर, संगीत अध्यापक, मेहजबी रसोइया, हुमैरा खातून, पी0टी0 अनुदेशक तथा अन्य स्टाफ उपस्थित रहें।