मऊ --राम अचल राजभर ने समाजवादी पार्टी से मांगा आगामी विद्यानसभा मे सात सीट, दो महीने में यदि दो परसेंट नहीं मिला आरक्षण तो हम कार्यकर्ता उतरेंगे सड़क पर


 मऊ : मऊ जनपद में रामअचल राजभर संघर्ष मोर्चा के तत्वाधान में एक मंण्डलीय प्रबुद्ध जनों की बैठक की गई इस बैठक के मुख्य अतिथि अकबरपुर विधायक व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बहुजन समाज पार्टी श्री राम अचल राजभर जी रहे उन्होंने अपने वक्तव्य में अपनी पीड़ा को बताते हुए आम जनमानस से बहुजन समाज पार्टी से निकाले जाने का कारण बताया और उन्होंने यह भी कहा कि बिना किसी गंभीर कारण के बहन कु० मायावती जी ने मुझे निकाल बाहर कर दिया मैं 36 वर्षों से लगातार बहुजन समाज पार्टी के लिए काम करता रहा व कांशी राम के मिशन को आगे बढ़ाता रहा मान्यवर कांशी राम जी को अपना गुरु मानकर मिशन का काम करता रहा लेकिन आज बहन कुमारी मायावती कांशी राम के मिशन को दरकिनार कर पार्टी के प्रबुद्ध लोगों को व जीने मरने वाले लोगों को ही पार्टी से बाहर निकाल रही हैं ऐसे में संपूर्ण राजभर समाज हमारे साथ है और राजभर समाज को जहां उचित सम्मान मिलेगा वही राजभर समाज रहेगा ऐसे में कई बार पूछे जाने पर कि आप किस पार्टी में जा रहे हैं उन्होंने गोल मटोल जवाब देते हुए कहा कि यदि समाजवादी पार्टी हमें 7 सीटें देती हैं तो हम वहां से राजभर समाज के लोगों को उन सीटों पर लड़ाएंगे साथ ही उन्होंने यह भी कहा की अन्य कोई भी पार्टीयॉ जिस सीट पर राजभर को लड़ाएगी उस सीट पर हम कतई राजभर को नहीं लड़ाएंगे वहीं उन्होंने रामअचल संघर्ष मोर्चा के तहत संघर्ष करने की बात कही उन्होंने कहा कि मैं पूर्व में भी राजभर समाज के बच्चों को फ्री शिक्षा की व्यवस्था करते आया हूं आगे भी मैं करते रहूंगा जिससे समाज में शिक्षा की जागरूकता आएगी वहीं उन्होंने आरक्षण पर बात करते हुए कहा की हम वर्तमान सरकार को 2 महीने का समय देते हैं हमें दो परसेंट आरक्षण दे दिया जाए अन्यथा हम सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेंगे जिसकी जिम्मेदारी सरकार की स्वयं होगी वहीं उन्होंने कहा कि सरकार यदि मनसा बनाएगी तो जिस प्रकार 10% आरक्षण सवर्णों को दे दी उसी प्रकार दो परसेंट राजभरों को आरक्षण दे देगी साथ ही साथ उन्होंने कहा की हमारे समाज में अभी तक कोई भी आई एस नहीं बना है यदि हमें रिजर्वेशन मिलता है तो हमारे समाज में भी आईएएस बनकर सामाजिक भागीदारी निभा पाएंगे । सभा का संचालन अजय राजभर ने किया व अध्यक्षता मिठ्ठू राजभर ने किया।