मऊ शहर के बालनिकेतन स्थित जीरो बी रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज निर्माण का कार्य शीघ्र होगा शुरू

टू की जगह अब फोर लेन का बनेगा चक्राकार रेलवे ओवरब्रिज , लखनऊ से आई टीम द्वारा ओवरब्रिज के लिये लगने वाले पिलरों के स्थान को किया गया चिह्नित
ओवरब्रिज का अंतिम ले - आउट हो चुका है तैयार 
औपचारिकताएं पूरी करने के बाद ओवरब्रिज निर्माण से जुड़ी तैयारियां की जायेगी तेज -आर . एस . राय डेप्युटी प्रोजेक्ट मैनेजर 
मऊ --हर एक इंसान में वह ताकत होती हैं जिससे वो अपने हर एक सपने को पूरा कर सकता हैं। लेकिन हर एक इंसान अपने अन्दर की ताकत का इस्तेमाल नहीं करता या उसे पहचान नहीं पाता जिसके कारण सफलता की मंजिल उससे दूर बहुत दूर होती जाती है और उसे वह कार्य असम्भव सा लगाने लगता है, लेकिन निरंतर प्रयासरत व्यक्ति के कदमो को सफलता चूमती है यह सिद्ध कर दिखाया ह
 साधारण ढंग से रहने वाले किसान नेता देवप्रकाश राय का जिनके अथक प्रयास , अटूट विश्वास ,लगन एवम संघर्ष ने मऊ वासियों को एक एक ऐसी सौगात दिया है जिसको लेकर लोगों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। कयोकि मऊ की इस बड़ी समस्या से निजात दिलाने का अथक प्रयास अब सार्थक दिख रहा है

आपको बताते चलें कि मऊ बालनिकेतन स्थित रेलवे क्रासिंग संख्या जीरो बी पर ओवरब्रिज बनाये जाने की कवायद अंतिम चरण में है। लगभग चार दशक से बालनिकेतन क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनाने की आवश्यकता को लेकर आवाज उठाई जाती रही , अनेकों बार धरना - प्रदर्शन भी हुआ लेकिन लोगो द्वारा उठाई गई - आवाज नहीं पहुंच पा रही थी, आपको बताते चले मऊ के कोपागंज थाना क्षेत्र के ग्राम - सहरोज निवासी जाने - माने समाजसेवी, व किसान नेता देवप्रकाश राय का जिन्होंने समस्या को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया ,इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद आखिर उत्तर प्रदेश सरकार और रेलवे ने जीरो बी पर ओवरब्रिज बनाये जाने की सवीकृति दे दी 
 लखनऊ से आई टीम ने ओवरब्रिज निर्माण में लगने वाले पिलरों को चिह्नित करने का काम कर लिया है । वक्राकार बनने वाले ओवरब्रिज को अब टू की जगह फोर लेन का बनाया जायेगा । सेतु निगम आजमगढ़ के डेप्युटी प्रोजेक्ट मैनेजर आर. एस. राय ने बताया कि ओवरब्रिज का अंतिम ले आउट तैयार हो चुका है। जमीनी औपचारिकतावों को पूरा करने के बाद ओवरब्रिज निर्माण से जुड़ी तैयारी तेज की जायेगी । वैसे अनुमान यह लगाया जा रहा है कि आगामी 15 जून को निर्माण संबंधी बड़ा फैसला आ सकता है। 
आपको बताते चले कि तत्कालीन सत्तारूढ़ दल के कई सांसदों विधायकों तथा अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा बालनिकेतन स्थित जीरो बी पर ओवरब्रिज निर्माण हेतु बहुतेरे प्रयास किये गये लेकिन सफलता कोसों दूर रही। किसान नेता देवप्रकाश राय द्वारा दायर की गई रिट याचिका पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के माननीय न्यायाधीशों द्वारा इस अहम समस्या को गंभीरता से लिया गया है