घोसी --दिव्यांग और सामान्य बच्चों में कोई भेद भाव नही होना चाहिए-अमित कुमार श्रीवास्तव

 घोसी-मऊ ब्लाक संसाधन केन्द्र घोसी पर दिव्यांग बच्चों को उपकरण वितरण कैम्प का आयोजन किया गया। जिसमे विकास खण्ड घोसी, बडरांव, दोहरीघाट , फतहपुर मण्डव, कोपागंज, रतनपुरा के 199 दिव्यांग बच्चे जिनका परीक्षण 3 फरवरी 2021 को किया जा चुका था, उन्हें वितरित किया गया। उपकरणों में 50 व्हील चेयर, 32 ट्राई साइकिल, 2 क्रेच, 15 सी.पी.चेयर, 96 एम.आर.किट, 70 श्रवण यन्त्र, 20 स्मार्ट केन, 420 बैटरी सहित कुल 759 उपकरणों का वितरण खण्ड शिक्षा अधिकारी रमेश सिंह एवं जिला समन्वयक (समेकित शिक्षा) अमित कुमार श्रीवास्तव द्वारा किया गया।
       दिव्यांग उपकरण वितरण के दौरान खण्ड शिक्षा अधिकारी घोसी रमेश सिंह ने कहा कि दिव्यांगता कोई अभिशाप नही है और न ही प्रगति में किसी प्रकार की बाधक है। आवश्यक है कि इन्हें शिक्षा के मुख्य धारा 
 में जोड़ा रखा जाय। इसमें सबको बढ़चढ़ कर एक दूसरे का सहयोग करना होगा। जिन विद्यालयों में दिव्यांग बच्चे अध्ययनरत हैं वहाँ के शिक्षकों का दायित्व और भी बढ़ जाता है। जिला समन्वयक (समेकित शिक्षा) अमित कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि दिव्यांग बच्चो को उपकरण वितरण का मुख्य उद्देश्य अपनी जीवन चर्या को सरल बनाते हुए विद्यालय तक पहुँचने मे सहायक सिद्ध हो सके। आगे इन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों को इस कारण कोई बाधा उत्पन्न होती है तो खण्ड शिक्षा स्तर पर कार्यरत विशेष शिक्षक का सहयोग लेते हुए जिला स्तर पर समाधान किया जा सकता है। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल (पू. मा.) शिक्षक संघ मऊ के जिलाध्यक्ष डॉ. रामविलास भारती ने कहा कि सामान्य बच्चों एवं दिव्यांग बच्चों में भेद भाव समाप्त होना चाहिए। दिव्यांगता को कमजोरी नही अपितु ताकत बनाते हुए अपने जीवन के लक्ष्य को पूरा करना होगा।
    इस अवसर पर उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल (पू.मा.) शिक्षक संघ मऊ के जिलाध्यक्ष डॉ. रामविलास भारती, ए.आर.पी. दिनेश सिंह, अनिल श्रीवास्तव, अरविंद आर्या, डॉ.रामशिरोमणि, राजेश सिंह, स्पेशल एडुकेटर अरविन्द श्रीवास्तव, मिथिलेश, राजेन्द्र चौहान, संजय सिंह, सुधाकर, गीता देवी, प्रेमलता, बन्धु आदि उपस्थित रहे।