मऊ --विश्व कैंसर पर बचाव को लेकर फैलाई गई जागरुकता


प्रत्येक वर्ष 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य जागरूकता फैलाना और घातक बीमारी के बारे में कलंक को कम करना है जो वैश्विक स्तर पर मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण बना हुआ है। इससे बचाव तथा पहचान को लेकर सभी सरकारी से लेकर निजी क्षेत्र के अस्पतालों में जागरुकता कार्यक्रम चलाया गया। 

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सतीशचंद्र सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के गैर संचारी रोग के श्रेणी में शामिल कैंसर आज के समय में तेजी से पाँव पसार रहा है। कैंसर रोग देश में स्त्री/पुरुषो के मृत्यु का प्रमुख कारण बन रहा है। कैंसर रोग के कारण शहरी और ग्रामीण,  दोनों ही आबादियों में रुग्णता एवं मृत्यु-संख्या में चिंताजनक बढ़ोतरी देखने को मिली है। बीमारियों से 30 वर्ष आयु के उपर लोग विभिन्न कारणों से कैंसर रोग से ग्रसित होजा रहे हैं। भारत में सभी प्रकार के कैंसर के स्त्री/पुरुष को मिला कर लगभग 25 लाख रोगी हैं। उन्होंने बताया इस समस्या को दूर करने हेतु जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा उप केंद्रों पर आरोग्य केंद्र बनाये गये हैं, जहां पर एएनएम और सीएचओ मिलकर क्षेत्र के लोगों को निःशुल्क सेवाएं प्रदान कर रहें हैं।

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी और नोडल डॉ पीके राय ने बताया कि कैंसर रोग के चलते भारत सरकार ने स्वास्थ्य प्रोत्साहन और रोग निवारण, मानव संसाधनों सहित बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने, शीघ्र निदान और प्रबंधन तथा विभिन्न स्तरों पर एनसीडी सेल की स्थापना के जरिये प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल जरिये ग्राम स्तर तक इसकी स्क्रीनिंग कर जाँच की व्यवस्था की गई है। इसमें सबसे प्रमुख मुंह का कैंसर, छाती का कैंसर और बच्चेदानी का कैंसर है।

वहीं निजी क्षेत्र डॉ संजय सिंह व डॉ सुजीत सिंह ने बताया कि यह रोग पूरे विश्व के साथ अपने देश में भी फैल रहा है, कैंसर से बचाव के लिए जागरूकता
जरूरी है इसकी पहचान जितनी जल्दी हो जाए। आज उपलब्ध दवाईयों के सहायता से इससे लड़ा जासकता है और कामयाबी मिल सकती है, आज के दिन इसी उद्देश्य से इसका व्यापक प्रचार प्रसार कर जागरुकता फैलाया जा रहा है। 

आजके कार्यक्रम को डॉ अश्वनी कुमार सिंह (जिला सलाहकार तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम) के निर्देशानुसार वीरेंद्र यादव काउंसलर, लक्ष्मी कान्त दूबे शोसल वर्कर आदि सभी ब्लाकों के पीएचसी/सीएचसी केन्द्रों पर जागरूकता किया गया।