मऊ मुंशीपुरा मोहल्ले के पास रेलवे रोड का मुख्य द्वार पर जलजमाव व कूड़े के अंबार को देखकर समाजसेवी छोटेलाल गांधी हुए गुस्से से लाल, 15 दिनों के अंदर समस्या का समाधान व कार्य नहीं हुआ तो लिखित तहरीर देकर चक्का जाम करेंगे
मऊ -मुंशी पुरा का घनी आबादी वाला क्षेत्र रेलवे बाउंड्री से सटा हुआ है मुंशीपुरा के महलों का पानी का बहाओ रेलवे के नाले मे गिरता है पिछले कई वर्षों से रेलवे का नाला टूटा हुआ पड़ा है ना ही इस पर नगरपालिका ही ध्यान देती और ना तो रेल विभाग इसकी मरम्मत कराता है कहने और देखने में तो यह रेलवे का मुख्य द्वार है जब जनता आक्रोशित होती है या कोई पर्व का मौका आता है तो नगर पालिका सड़क पर जमा हुए पानी को जनरेटर लगाकर निकलवा देती है लेकिन मेन पुलिया जो जाम पड़ा हुआ इसकी साफ सफाई के बारे में इसका ठोस समाधान नहीं होता लगभग कई महीनों से सड़क पर काफी जलजमाव लगा हुआ है आबादी के क्षेत्र के लोग और तमाम राहगीर इसी रास्ते से गुजरते हैं और तो और जब किसी पर्व पर यातायात रूट का डायवर्जन होता है तो सारी गाड़ियां इधर रेलवे सड़क से ही होकर गुजरती हैं जिसको लेकर तमाम राहगीरों को परेशानियों को झेलना पड़ता है कूड़े का अंबार तो इतना लगा हुआ है कि तमाम तरह की संक्रमित बीमारियों का भय पूरे मोहल्ले वासियों में बना हुआ है इसी का चिंतन लिए समाजसेवी छोटेलाल गांधी भड़क गए और बोले कि मैं तो समाज के लिए पैदा हुआ हूं जहां भी जरूरत लगेगी मैं आवाज उठाता रहूंगा इस समस्या का समाधान 15 में दिनों में नहीं हुआ तो एक लिखित तहरीर देकर चक्का जाम करूंगा