मऊ । महिला एच्छिक ब्यूरो की बैठक रविवार को पुलिस लाइन में पुलिस अधीक्षक घुले सुशील चंद्रभान के निर्देशन और सीओ मधुबन राजकुमार सिंह की देखरेख में हुई। इसमें कुल 18 मामले आए, जिसमें परामर्श केंद्र के सदस्यों के प्रयास से आठ मामलो का निस्तारण हुआ । जिसमें चार दंपति अपने सभी मतभेद भुलाकर साथ - साथ रहने को तैयार हो गए । इस दौरान दो मामलों में पक्षकारों ने सुलह के लिए समय की मांग किया । वही तीन मामलों में एक एक पक्षकार उपस्थित हुए तथा पांच मामलों में कोई पक्षकार उपस्थित नहीं हुआ। जिसके चलते बैठक की अगली तिथि 18 अक्टूबर नियत कर अनुपस्थित पक्षकारों को नोटिस भेजने का निर्देश दिया गया ।
महिला एच्छिक ब्यूरो के सदस्यों के प्रयास से
प्रियंका और राजेश, पूजा और अजय,मनरावती और रामसोच तथा राजनारायण मिश्रा और जागृति मिश्रा
ने आपसी मतभेद भुलाकर साथ साथ रहने को तैयार हो गए । वहीं ज्योति वर्मा और राधेश्याम,प्रियंका और राकेश,कृष्णावती देवी और सरोज तथा सुनीता और अवधेश के मामले में पक्षकारों की सहमति से पत्रावली निस्तारित कर दी गई। प्रियंका गुप्ता और प्रवीण गुप्ता तथा सायदा परवीन और उफैजा के मामले मे पक्षकारों ने सुलह के लिए समय की मांग किया। वही रीमा और अरविन्द कुमार,रमेश और मनीष तथा रूपेश कुमार और अंजली के मामले में
एक -एक पक्ष उपस्थित हुए तथा आशिया खातून और इजहार अहमद, शमा परवीन और मुहम्मद बेलाल, कौशल्या और मनीष, संगीता और राहुल तथा पूजा और सुमित के मामले में कोई पक्षकार उपस्थित नहीं हुआ। जिसके चलते बैठक की अगली तिथि 18 अक्टूबर नियत कर अनुपस्थित पक्षकारों को नोटिस भेजे जाने का निर्देश दिया गया। इस दौरान प्रतिसार निरीक्षक विजय कुमार सिंह, एच्छिक ब्यूरो के सदस्यगण इब्राहिम सेवक, विनोद कुमार सिंह, मौलवी अरशद, अर्चना उपाध्याय तथा महिला आरक्षी प्रीति दुबे और सोनी सिंह ने योगदान दिया। बैठक में कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन तथा सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए बैठक की गई । बैठक में काफी संख्या में पक्षकार और उनके परिजन उपस्थित रहे।


