मऊ --किसान विरोधी विधेयक के खिलाफ "आप "का जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन, आप ने राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा

    
मऊ- राज्य सभा सांसद एवं प्रदेश प्रभारी संजय सिंह के आह्वान पर आम आदमी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष पुष्पेंद्र राणावत के नेतृत्व में किसान विरोधी विधेयक के खिलाफ जिला मुख्यालय (कलेक्ट्रेट) में प्रदर्शन कर नगर मजिस्ट्रेट जे एन सचान को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया।
 किसानो के हितो के खिलाफ संख्या कम होने के बावजूद बिना वोटिंग के जबरन राज्य सभा द्वारा पारित बिल को वापस लेने की मांग की गयी
कल भारतीय संसद में असंवैधानिक तरीके से पारित एग्रीकल्चर ऑर्डिनेंस (कृषि अध्यादेश) से जय जवान और जय किसान के नारा लगाने वाले देश में किसानों की बदहाली मे एक और काला अध्याय जोड़ने का काम केंद्र में बैठी भाजपा सरकार के द्वारा किया गया है | केंद्र में बैठी भारतीय जनता पार्टी की सरकार को किसानों की कोई चिंता नही है किसान विरोधी ये काला क़ानून उसका जीता जागता प्रमाण है | 
कृषि सेक्टर को प्राइवेट हाथों में देने के लिए यह बिल लाया गया है, इससे एमएसपी खत्म हो जाएगी*
एग्रीकल्चर ऑर्डिनेंस (कृषि अध्यादेश) को लेकर केंद्र सरकार द्वारा कहा गया कि किसानों के लिए यह एक क्रांतिकारी बिल है, लेकिन सच यह है कि कृषि जो हमारा देश की जीवन रेखा है, 80 प्रतिशत लोग जो गांव में रहते हैं वो कृषि पर निर्भर हैं, उसको पूँजीपतियों के हाथों में देने के लिए यह बिल लाया गया है। इस बिल की वजह से धान गेहूं व अन्य फसलों पर मिलने वाला न्यूनतम समर्थन मूल्य खत्म हो जायेगा, बिल में पूँजीपतियों को खुली छूट दे दी गई है कि आप आइए और कृषि क्षेत्र को अपने कब्जे में ले लीजिए। एक तरफ़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार एयरपोर्ट बेच रही एलआईसी बेच रही बैंक बेच रही एयर इंडिया बेच रही BPCL बेच रही और रेलवे बेच रही अब किसानों से खेती को भी छीना जा रहा है। 
इस बिल के पास होने से बड़े-बड़े पूंजिपतियों को कृषि क्षेत्र में आने का मौका मिलेगा। 10-20 एकड़ जमीन के क्लस्टर बनेंगे और पूंजीपति कहीं से भी फसल खरीद कर, देश में कहीं भी उसका भंडार (स्टोर) कर सकेंगे।
इस बिल के अनुसार अब किसी भी जरूरी वस्तु को कहीं भी इकट्ठा किया जा सकता है। जरूरी वस्तुओं का जितना चाहे उतना भंडार किया जा सकता है और जब मन चाहे उसे बेचा जा सकता है। इससे काला बाज़ारी और बेतहाशा महँगाई बढ़ेगी।
आम आदमी पार्टी मांग करती है कि उघोगपतियों को फायदा पहुँचाने के उद्देश्य से नियम क़ानून संविधान का गला घोंटकर बिना वोटिंग संसद मे पारित किसान विरोधी बिल को वापस लिया जाए अन्यथा "आप "पूरे देश भर मे किसान भाईयो के साथ मिलकर सड़को पर संघर्ष करेगी |इस अवसर पर पुष्पेन्द्र राणावत, एहतेशाम अहमद, संजय यादव, मोहम्मद आदिल, कमलेश दृवेदी,शिवा जी, सुर्य प्रताप सिंह,मनोज कुमार सिंह, राधेश्याम, आदि लोग उपस्थित रहे।